जालंधर (योगेश सूरी) : पिछले लगभग एक महीने से शंभू रेलवे स्टेशन पर धरना दे रहे किसानों ने सोमवार को प्रदर्शन खत्म करने का ऐलान कर दिया है। युवा किसान नेता नवदीप सिंह जलबेड़ा समेत 3 किसानों की रिहाई की मांग को लेकर पंजाब के 2 किसान संगठन 17 अप्रैल से रेलवे स्टेशन पर ट्रैक जाम करके बैठे हुए थे।हालांकि, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) समेत अन्य मांगों को लेकर किसानों का पंजाब – हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर धरना जारी रहेगा। रेलवे ट्रैक जाम होने की वजह से रोजाना रेल विभाग को ट्रेन रद्द करनी पड़ रही थीं। साथ ही कई ट्रेनों के मार्ग डायवर्ट किए गए थे।लोकसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 मई को पंजाब आएंगे।
इस दौरान वह चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। किसान नेता सरवण सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने मीटिंग के बाद कहा कि किसान प्रधानमंत्री का घेराव करेंगे। जहां भी नरेंद्र मोदी पहुंचेंगे, किसान उनके खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। लंबे समय से चल रहे किसानों के प्रदर्शन के कारण पंजाब का व्यापारी वर्ग परेशान हो गए था। उन्होंने 10 दिन के अंदर प्रदर्शन बंद करने की चेतावनी भी दी थी। फिलहाल किसानों ने रेलवे ट्रैक खाली करने का ऐलान किया है। जिससे लोगों का कुछ राहत मिलेगी।किसान 13 फरवरी से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बैठे हुए है। पुलिस और पैरामिलिट्री के जवानों ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे थे। किसान 13 फरवरी से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर बैठे हुए है। पुलिस और पैरामिलिट्री के जवानों ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे थे।
13 फरवरी से प्रदर्शन कर रहे किसान
पंजाब के 2 किसान संगठन MSP समेत अन्य मांगों को लेकर 13 फरवरी से पंजाब-हरियाणा के अंबाला स्थित शंभू बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। किसान नेता सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल ने 13 फरवरी को दिल्ली की तरफ बढ़ने का फैसला किया था। लेकिन हरियाणा सरकार ने बॉर्डर पर ही किसानों को रोक दिया। किसानों को रोकने के लिए कई लेयर की बैरिकेडिंग और आंसू गैस के गोले दागे गए। इसके बाद किसान बॉर्डर पर ही बैठ गए। 21 फरवरी को किसानों ने दिल्ली कूच क फैसला किया। इस दौरान झड़प में युवा किसान शुभकरण की मौत हो गई। इसके अलावा भी कई किसानों और पुलिस जवानों की बॉर्डर पर जान गई है।