जालंधर (योगेश सूरी) : दुबई के अजरबैजान से काबू कर भारत लाए गए लॉरेंस के भांजे सचिन थापन ने दिल्ली पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों की पूछताछ में पंजाबी गायक सिद्धू मूस्सेवाला हत्याकांड से जुड़े कई बड़े खुलासे किए है। जांच में पुलिस को कुछ फोटो भी मिली हैं जिनमें सचिन थापन के साथ लॉरेंस के दो प्रमुख शूटर सचिन भिवानी और कपिल पंडित भी नजर आ रहे हैं। जांच में हुए बड़े खुलासे में पता चला है की गैंग ने मूसेवाला की हत्या की पूरी प्लानिंग यूपी के अयोध्या में ही की थी । हत्याकांड से पहले लॉरेंस गैंग के शूटर यूपी के अयोध्या में एक नेता के फार्म हाउस में इकट्ठे हुए थे और वहीं पर इन शूटरों ने हथियार चलाने की प्रैक्टिस की थी। जांच एजेंसियों की पूछताछ में लॉरेंस गैंग का यूपी कनेक्शन सामने आ गया है।
बता दे की मूसेवाला के हत्यारों को विदेश से लाने पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी संसद में बयान दे चुके हैं। याद रहे कि सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले के जवाहरके गांव में गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। पंजाब सरकार के मुताबिक इस मामले में अब तक 29 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। दो आरोपी पुलिस एनकाउंटर मे मारे गए जबकि 5 दूसरे देशों में बैठे हैं जिनमें हत्याकांड का मुख्य आरोपी गोल्डी बराड कनाडा में छिपा बैठा है। इन गैंगस्टरों को भारत लाने के लिए पंजाब सरकार केंद्र सरकार और दूसरी एजेंसियों के लगातार संपर्क में हैं। सचिन थापन से चल रही जांच के दौरान मूसेवाला हत्याकांड में शामिल शूटर्स की जो 11 फोटो सामने आई हैं वह यूपी के अयोध्या और लखनऊ की हैं। फोटोज में यह शूटर्स अयोध्या और लखनऊ के अलग-अलग स्थानों पर घूमते दिखाई दे रहे है l इन फोटो में खुद सचिन थापन भी है और यह फोटों सर्दियों में लिए गए है जिससे साफ है की मूसेवाला की हत्या की तैयारियां कई महीने तक चली थी।
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पुलिस जांच में हुए एक अन्य बड़े खुलासे में पता चला है कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या से पहले लॉरेंस गैंग के इन शूटर्स को यूपी के एक बड़े नेता की हत्या की सुपारी दी गई थी लेकिन किसी वजह से वो प्लान सिरे नहीं चढ़ पाया। इसके बाद पूरे गैंग ने पंजाब का रुख किया और मूसेवाला की हत्या की। सूत्रों के मुताबिक, फोटोज में दिख रहा विदेशी हथियारों का जखीरा पाकिस्तान से तस्करी के माध्यम से अयोध्या पहुंचाया गया। उसके बाद यह हथियार लॉरेंस गैंग के शूटर्स को दिए गए। जांच एजेंसियां अब यूपी में लॉरेंग गैंग के मददगारों की पहचान करने में जुटी हैं।