सुरिंदर चौधरी ने छोड़ा झाड़ू, फिर पंजे की किश्ती पर हुए सवार ; लोगो ने कहा ऐसे मौकापरस्त दलबदलू नेताओं से बनाकर रखें दूरी!!
मोहिंदर भगत भी दोबारा थाम सकते है कमल का फूल !?
जालंधर (योगेश सूरी) : जालंधर लोकसभा उप-चुनावों में चल रही उठा-पटक के बीच परिहास का कारण बने कांग्रेस व भाजपा के दो नेताओं में से एक नेता की आज घर वापसी के बाद दूसरे नेता की वापसी की भी प्रभल सम्भावनाये जताई जाने लगी है। हालाँकि इन दोनों नेताओं को इनकी राजनितिक पार्टियों द्वारा कोई अधिक महत्त्व नहीं दिया जाता, यह केवल परिवारवाद के नाम पर सत्ता सुख भोगने के आदी बताये जा रहे है। नित्य दिन बदलती वफादारियों ने बड़े-बड़े नेताओ को बेनकाब कर दिया है l इसी बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है कि करतारपुर के पूर्व विधायक सुरिंदर चौधरी ने 5 दिन बाद ही कांग्रेस में वापसी कर ली है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस की सीनियर लीडरशिप ने सुरिन्द्र चौधरी की कांग्रेस में वापसी करवाई है। वही सुरिंदर चौधरी की कांग्रेस वापसी पर लोगो द्वारा कहा जा रहा है कि ऐसे मौकापरस्त दलबदलू नेताओं से दूरी बनाकर रखें और ऐसे नेताओं के कहने पर कोई अहम फैसला ना लें। उल्लेखनीय है कि दिवंगत सांसद संतोख सिंह चौधरी के भतीजे सुरिंदर चौधरी 10 अप्रैल को कांग्रेस छोड़ आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। सी.एम. मान ने खुद उन्हें पार्टी में शामिल करवाया था। वही लोकसभा उपचुनाव को लेकर जालंधर की सियासत दिन प्रति दिन गर्मा रही है। इसी बीच सूत्रों से भी यह भी पता चल रहा है कि पारिवारिक कलह से परेशान पूर्व कैबिनेट मंत्री भगत चुन्नी लाल का बेटा मोहिंदर भगत भी दोबारा कमल का फूल थाम सकता है। हालाँकि भाजपा के कई दिग्गज नेताओं का मानना है कि मोहिंदर भगत जैसे लोगो का किसी भी पार्टी को लाभ कम और नुकसान ज्यादा है।