जालंधर (हितेश सूरी) : अखिल विश्व गीता महामण्डल के संस्थापक पं केवल कृष्ण शर्मा की अध्यक्षता व संत समाज के सानिध्य में श्री सनातन धर्म के प्रचार प्रसार एवं वैदिक सनातन धर्म के प्रति जागृति उत्पन्न करने के उद्देश्य से श्री सनातन धर्म समिति (पंजाब) द्वारा रविवार को श्री महालक्ष्मी मन्दिर जालन्धर में 10वां वार्षिक श्री सनातन धर्म सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन में श्री सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के विषय पर विस्तार से विचार-चर्चा की गयी तथा विद्वत महापुरुषों ने भारतीय वैदिक सनातन संस्कृति एवं संस्कृति की रक्षा आदि विभिन्न विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत किये ।
सर्वप्रथम श्री विष्णु सहस्रनाम के पाठ का उच्चारण करके कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। सम्मेलन में विशेष रूप से उपस्थित हुए संत समाज से महामण्डलेश्वर स्वामी शांता नंद जी (जालंधर), वेदान्ताचार्य महंत गुरविंदर सिंह जी (हजारा), सर्वदर्शनाचार्य स्वामी आत्म ज्योती गिरी जी महाराज (अमृतसर), पं दीन दयाल शास्त्री, एडवोकेट अरविन्द धूमल, पं कमलेश शास्त्री, विजय शर्मा हाजीपुर, पं सुदर्शन शर्मा हाजीपुर, पं कैलाश नाथ पांडे, पं हरि प्रसाद, पं प्रेम शर्मा, पं ज्योति प्रकाश, पं केशो दास ने श्री सत्य सनातन धर्म पर अपने व्याख्यानों द्वारा सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। अखिल विश्व गीता महामंडल के संस्थापक पं केवल कृष्ण शर्मा ने कहा कि हमें सत्य सनातन धर्म का ज्ञान बच्चों को देना चाहिए और साथ ही हमें प्रतिदिन अपने बच्चो को हमारी संस्कृति के बारे में विस्तृत जानकारी देनी चाहिए। इस मौके पर आप नेता दिनेश ढल्ल ने भी महान सत्य सनातन धर्म पर अपने विचार प्रस्तुत किए। समारोह में राधा रमन संकीर्तन मंडल के प्रसिद्ध भजन गायक समीर शर्मा ने अपने मंडल के साथ हरिनाम संकीर्तन करके माहौल भक्तिमय बना दिया। श्री महालक्ष्मी मंदिर के प्रधान पं दर्शन लाल शर्मा ने सभी का स्वागत किया।
इस अवसर पर श्री सनातन धर्म समिति पंजाब के संस्थापक रविशंकर शर्मा ने सम्मेलन में शामिल हुए सभी महानुभावों का हार्दिक अभिनंदन करते हुए कहा कि श्री सनातन धर्म जन-कल्याण की भावना रखने का नाम है। उन्होंने कहा कि यह वो सार्वभौमिक धर्म है, जो सम्पूर्ण मानवजाति का पोषण करने के साथ-साथ रक्षण भी करता है। श्री शर्मा ने कहा कि आज उसी का ही हमें ज्ञान नहीं है। उन्होंने कहा कि हम उस ज्ञान से वंचित हैं, जिसका उद्गम स्थान हमारे वेद पुराण और उपनिषद् हैं। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता है कि विद्वत समाज संपूर्ण विश्व को महान हिन्दू सनातन संस्कृति का परिचय दे। अंत में श्री शर्मा ने कहा कि जो नित्य है, सर्व व्यापक है, जो सदा सर्वदा रहने वाला है, जिसका न आदि है, न अन्त है, वह ‘सत्य सनातन धर्म’ है।
श्री सनातन धर्म सम्मेलन को सफल बनाने के लिए श्री महालक्ष्मी मंदिर के कोषाध्यक्ष व श्री सनातन धर्म समिति के जालंधर केंद्रीय संयोजक राहुल बाहरी, समिति के बस्तीयात क्षेत्र के संयोजक माल्टू जुल्का, समिति के मॉडल टाउन, अर्बन एस्टेट क्षेत्र के संयोजक के बी श्रीधर, समिति के बैंक एन्क्लेव अर्बन एस्टेट के सह-संयोजक पं मोहनलाल शर्मा, जिला सचिव प्रमोद मल्होत्रा, श्याम सुन्दर शर्मा, विजय सेठी, विनोद शर्मा, जुगल जोशी, गुलशन सभ्रवाल, सुमित कालिया, पवन शर्मा, सतीश कपूर, अमृत खोसला, रणदीप शर्मा, शशांक शर्मा, कमलजीत मल्होत्रा, रामकिशन सैनी, दविंदर चोपड़ा, राजीव शर्मा पावरकाम, यश पहलवान, विनोद शर्मा बिट्टू, नरिंदर कुमार, गौरीशंकर जोशी, रमेश गरेवाल, चेतन वालिया, नीरज शर्मा, ओमप्रकाश जुनेजा, सुभाष अरोड़ा, केदार शर्मा, वंदना शर्मा, आशा शर्मा, रमेश निश्चल, वंदना मेहता, नरेश शर्मा, केडी अग्रवाल, अमृत भूषण शर्मा, सुभाष अरोड़ा, दविन्द्र दत्ता, राजन सोनी, वरिंदर शर्मा काला, हरीश शर्मा, प्रवीण कोहली व अन्य ने सक्रिय योगदान दिया।