पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर हुआ चंडीगढ़ ब्लास्ट :पाकिस्तानी में छिपा है खालिस्तानी आतंकी मास्टरमाइंड ; 9mm पिस्टल, गोला-बारूद के साथ एक आरोपी काबू
जालंधर (योगेश सूरी) : चंडीगढ़ ग्रेनेड अटैक पाकिस्तान की कुख्यात खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर करवाया गया था। इसका मास्टरमाइंड पाकिस्तान में बैठा आतंकी हरविंदर रिंदा है। उसने US में बैठे हैप्पी पासिया के जरिए इसे अंजाम दिलाया।
ये खुलासा पंजाब के DGP गौरव यादव ने किया। उन्होंने बताया कि पुलिस ने हमला करने वाले एक आरोपी रोहन मसीह को गिरफ्तार कर लिया है। वह अमृतसर के गांव पासिया का रहने वाला है। उसके पास से 9 एमएम पिस्टल और गोला-बारूद बरामद हुआ है। आरोपी रोहन अमृतसर की स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (SSOC) की हिरासत में है। शुक्रवार को उसे अमृतसर कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उसे 6 दिन के रिमांड पर भेजा है। शुरुआती जांच में रोहन ने चंडीगढ़ के सेक्टर 10 स्थित घर पर 11 सितंबर को ग्रेनेड अटैक की बात कबूल ली है।
इसी मामले में लुधियाना के खन्ना से भी कुछ संदिग्ध हिरासत में लिए गए हैं। पुलिस जांच में पता चला कि घर पर ग्रेनेड हमले के बाद जब आरोपी ऑटो से सेक्टर-18 पहुंचे तो वहां रेड लाइट थी। तब उन्होंने ऑटो चालक से रेड लाइट जंप कर तेजी से चलने को कहा। ऑटो चालक ने रेड लाइट जंप करने से इनकार कर दिया। ऐसे में आरोपियों ने ऑटो वाले की तरफ 500 रुपए का नोट फेंका और सेक्टर-18 के रिहायशी इलाके की तरफ भाग गए।यह भी पता चला है कि आरोपियों ने 2 दिन पहले उसी ऑटो से बंगले की रेकी की थी, जिसमें सवार होकर वे हमला करने आए थे। पुलिस ने उस इलाके में लगे CCTV कैमरे की रिकॉर्डिंग भी जब्त कर ली है। पुलिस ने दो आरोपियों के खिलाफ आर्म्स और UAPA समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। चंडीगढ़ पुलिस, पंजाब पुलिस, दिल्ली पुलिस, NIA समेत कई एजेंसियों की टीमें जांच में जुटी हैं।पुलिस के मुताबिक, हमले के 2 दिन पहले 9 सितंबर को भी आरोपी वॉल्वो बस से चंडीगढ़ आए थे। उन्होंने घर की रेकी भी की थी। हिरासत में लिए लिए ऑटो चालक कुलदीप ने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उसे सेक्टर-10 जाने के लिए हायर किया था। आरोपियों ने कहा था कि सेक्टर-10 का चक्कर लगाकर वापस आना है।सूत्रों के मुताबिक, दोनों संदिग्धों ने 9 सितंबर को रेकी के दौरान ISBT-43 में संजय नाम के युवक से एक मिनट 43 सेकेंड तक बातचीत की थी। संजय बस अड्डे के बाहर आने वाले लोगों को होटल मुहैया कराता है। पुलिस ने उससे भी बातचीत की है। 11 सितंबर को दोनों संदिग्ध दोपहर 12.45 बजे 11 सितंबर को दोनों संदिग्ध दोपहर 12.45 बजे जालंधर से चंडीगढ़ आने वाली वॉल्वो बस में सवार हुए थे। बस शाम 5.20 बजे ISBT-43 पहुंची। बस से उतरते ही उन्हें ऑटो ड्राइवर कुलदीप मिल गया। दोनों ने पूछा- पहचाना नहीं हमें, दो दिन पहले सेक्टर-10 तुम्हारे ऑटो में गए थे। कुलदीप ने भी हामी भरी और पूछा कहां जाना है। हमलावरों ने उससे कहा- सेक्टर-10 की उसी कोठी पर जाना है और वापस आना है।
बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने ली जिम्मेदारी
चंडीगढ़ के घर पर हुए ग्रेनेड अटैक की जिम्मेदारी बब्बर खालसा इंटरनेशनल ने ली थी। हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया नाम के सोशल मीडिया अकाउंट पर पंजाबी में एक पोस्ट अपलोड की गई, जिसमें इस हमले की जिम्मेदारी लेने के साथ ही जालंधर के नकोदर में 1986 की घटना का जिक्र भी किया है। आरोपियों ने यह हमला पंजाब पुलिस के रिटायर्ड SP जसकीरत सिंह चहल का घर समझकर किया था। चहल इस घर में किराए पर रहते थे। करीब छह महीने पहले ही वे दूसरी जगह शिफ्ट हो गए थे, लेकिन आरोपियों को इस बारे में जानकारी नहीं थी। सेक्टर-10 का यह मकान रिटायर्ड प्रिंसिपल एके मल्होत्रा का है। पंजाब पुलिस के स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल ने 8 अक्टूबर 2023 को USA में रह रहे खालिस्तानी आतंकी हरप्रीत सिंह पासिया उर्फ हैप्पी, बिक्रमजीत सिंह और बावा सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया था। हैप्पी पाकिस्तान में छिपे आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा का सहयोगी है। पुलिस को सूचना मिली थी कि बिक्रमजीत सिंह और बावा सिंह का लिंक USA में रह रहे हैप्पी से है। जब आरोपी बस से आ रहे थे तो पुलिस ने पकड़कर पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि हैप्पी ने चंडीगढ़ में रह रहे एक रिटायर्ड पुलिस अधिकारी को जान से मारने की सुपारी दी है।इस तरह वह दहशत का माहौल बनाना चाहता था। पुलिस को इनसे हथियार भी मिले थे। उस समय आरोपियों पर IPC की धारा 115, 153, 153-ए, 120बी और आर्म्स एक्ट समेत कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया था।