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बैठक में SGPC ने UCC का किया विरोध, लंगर के जूठ घोटाले में 51 कर्मचारी सस्पेंड ; गुरबाणी प्रसारण पर नहीं लिया कोई फैसला

अमृतसर/जालंधर (न्यूज़ लिंकर्स ब्यूरों) : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अंतरिम कमेटी की बैठक में यूनिफॉर्म सिविल कोड़ (UCC) का विरोध किया गया। बीते दिनों शुरू हुए विवाद गुरबाणी प्रसारण पर अपना चैनल को लेकर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया। वहीं लंगर की जूठ घोटाले के मामले में 51 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि UCC की देश में किसी भी तरह की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने इसके लिए सुझाव मांगे हैं लेकिन अभी इस पर विचार चल रहा है, लेकिन कम गिनती समूहों में पहले से ही इसे लेकर असहजता देखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान एकता में अनेकता के सिद्धांत को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि हम महसूस करते हैं कि सिखों के रीति रिवाज, पहनावा, खान-पान अन्य से अलग हैं और 21वें लॉ कमिशन ने इसे पूरी तरह से खारिज कर दिया गया था और फिर 22वां लॉ कमिशन बनाया गया लेकिन शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी इसे पूरी तरह से खारिज करती है। गौरतलब है कि बीते दिनों ही पंजाब सरकार की तरफ से विधानसभा में गुरबाणी प्रसारण को लेकर SGPC गुरुद्वारा एक्ट 1925 में बदलाव का प्रस्ताव पास किया गया था। जिसके बारे में बैठक में अभी विचार नहीं किया गया। फिलहाल, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने अलग TV चैनल तो नहीं, लेकिन अलग यू-ट्यूब चैनल चलाने पर विचार किया गया है। जिस पर अभी विचार चल रहा है। सचखंड श्री दरबार साहिब में अप्रैल 2019 से दिसंबर 2022 तक सूखी रोटियों की बिक्री, जूठ के ठेके और चढ़ावे और चावलों आदि में यह घोटाला सामने आया था। जांच शुरू हुई तो यह पहले ये घोटाला 25 लाख और फिर 62 लाख तक पहुंच गया। अब बताया जा रहा है कि यह घोटाला 1 करोड़ तक पहुंच गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की फ्लाइंग जांच कमेटी ने जांच के दौरान 51 कर्मचारियों पर कार्रवाई की रिपोर्ट बनाई है। बैठक में निर्णय लेने के बाद जांच में आरोपी पाए गए 51 कर्मचारी को सस्पेंड कर दिया गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का कहना है कि अभी जांच चल रही है और जिनकी भी गलतियां सामने आएँगी, उन्हें सेवा से डिसमिस कर दिया गया जाएगा।

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