महंत यमुनादास जी रामायड़ी (चित्रकूट) होगें प्राचीन श्री हनुमान मन्दिर के गद्दीनशीन
वैष्णव विरक्त मंडल द्वारा लिया गया बड़ा फैसला, हनुमान जी के परमभक्त ब्रह्मलीन रघुनाथ दास जी की पार्थिव देह को कल देंगे मुखाग्नि
प्राचीन हनुमान मंदिर से भक्तों के दर्शनों के बाद संकीर्तन के साथ निकलेगी अंतिम स्थान तक परिक्रमा
जालंधर (हितेश सूरी/मुकुल घई) : प्राचीन श्री हनुमान मंदिर में पिछले लगभग 70 वर्षो से वीर हनुमान के अथक साधक व चमत्कारी बाबा रघुनाथ दास जी के विगत दिवस ब्रह्मलीन होने के बाद उनकी पवित्र पार्थिव देह को कल लगभग 12 बजे अंतिम स्थान किशनपुरा में उनके नवनियुक्त उत्तराधिकारी वैरागी संत यमुनादास जी (रामायड़ी) द्वारा मुखाग्नि दी जाएगी l
वैष्णव विरक्त मंडल (रजि) द्वारा वैरागी परम्पराओं के अनुसार चित्रकूट के लगभग 60 वर्षीय वैरागी संत , प्रसीद्ध राम कथा वाचक व वक्ता व विद्वान महंत यमुनादास जी (रामायड़ी) को बाबा रघुनाथ दास जी के उत्तराधिकारी नियुक्त किया गया है l दिलबाग नगर स्थित वैरागी आश्रम के महंत गंगा दास जी पर कल इस निर्णय की जिम्मेदारी के बाद नगर में चारो तरफ से बह्मलीन बाबा रघुनाथ दास जी के उत्तराधिकारी पर नगर ही नहीं बल्कि देश विदेश के भक्तों की निगाहें लगी थी l आज शाम आश्रम के सूत्रों से न्यूज़ लिंकर्स की फोन पर हुई बातचीत के बाद प्राप्त जानकारी के अनुसार नववियुक्त बाबा यमुनादास जी (रामायड़ी) कल बह्मलीन बाबा रघुनाथ दास जी के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि भेंट करेंगे l आश्रम के प्रबंधक महंत केशवनाथ जी के अनुसार कल प्रात:10 बजे समूह रस्मों व चरणछोह के उपरांत बाबा रघुनाथ जी की विदाई यात्रा संकिर्तन के रुप में नगर परिक्रमा करती हुई अंतिम स्थान किशनपुरा पहुंचेगी l उन्होंने बताया की देश-प्रदेश से संत समाज व गणमान्य भक्तो की इस विदाई यात्रा में पहुंचने की सम्भावना है l