खालिस्तान रेफरेंडम रद्द होने की बौखलाहट में कायराना करतूत : मन्दिर की दीवारों पर लिखे खालिस्तानी स्लोगन, G20-समिट से घबराए खालिस्तानियों ने PM को लिखे अपशब्द
जालंधर (योगेश सूरी) : राजधानी दिल्ली में 9-10 सितम्बर को होने जा रहे G20 समिट के विरोध में खालिस्तानियों ने अब कनाडा के एक मंदिर की दीवार पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अपशब्द लिखकर विरोध जताया है। कनाडा में खालिस्तान रेफरेंडम रद्द होने से बौखलाए खालिस्तानियों ने इस घिनौनी हरकत को अंजाम दिया है lखालिस्तान समर्थकों ने 7 सितंबर की रात कनाडा में ब्रिटिश कोलंबिया के सरी शहर में श्री माता भामेश्वरी दुर्गा देवी सोसाइटी की दीवार पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपशब्द लिख कर G20- समिट का विरोध किया है।
खालिस्तानियों ने यह भी लिखा कि पंजाब भारत का हिस्सा नहीं है।दरअसल कनाडा के सरी स्थित सरकारी स्कूल में 10 सितंबर को प्रस्तावित खालिस्तान जनमत संग्रह के आयोजन को स्कूल प्रबंधन द्वारा रद्द कर दिया गया था l क्योंकि रेफरेंडम के लिए जारी पोस्टरों में AK-47 व कणिष्क बमकांड से जुड़े कुख्यात आंतकियों के चित्र प्रकाशित किए गए थे l रेफरेंडम रद्द होने के बाद खालिस्तानियों की विदेशों में खासी किरकिरी हुई थी l खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू और उसके गुर्गों द्वारा रेफरेंडम के लिए निर्धारित किए गए दूसरे स्थान को लेकर भी विवाद खड़ा हो गया। रेफरेंडम की वोटिंग रद्द कर दी गई।बता दे की स्कूल में रेफरेंडम रद्द होने के बाद इसका स्थान बदल कर गुरु नानक सिख गुरुद्वारा सरी कर दिया गया था, लेकिन ये गुरुद्वारा कनाडा के डायरेक्टोरेट ऑफ चैरिटी के पास एक चैरिटी संस्था के तौर पर रजिस्टर है और गुरुद्वारा साहिब के फंडों का इस्तेमाल गैर चैरिटी कार्यों के लिए नहीं किया जा सकता। इसी को अधार बनाकर कुछ लोगों ने डायरेक्टोरेट ऑफ चैरिटी को इसकी शिकायत कर दी। ये वही गुरुद्वारा है जिसके बाहर खालिस्तान टाइगर फोर्स के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की 19 जून को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।बहरहाल मंदिर की दीवार पर खालिस्तानियों द्वारा भारत विरोधी नारे लिखने पर यहां के हिंदुओं में रोष है। मंदिर प्रबंधकों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा सरकार को शिकायत की जा रही है कि दीवार पर गलत शब्दावली लिखने वालों पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने लिखा कि कनाडा में हिंदू, सिख, मुस्लिम और ईसाई सभी मिलकर रहते हैं, लेकिन कुछ गलत लोग माहौल खराब करने की बार-बार कोशिश कर रहे हैं।