जालंधर (योगेश सूरी) : पंजाब में खालिस्तानी समर्थक व वारिस पंजाब दे समूह के जत्थेदार अमृतपाल सिंह व 9 साथियों को पंजाब की जेलों में शिफ्ट करने की मांग को लेकर आयोजित चेतना मार्च आज (सोमवार से) शुरू होना है। पुलिस ने चेतना मार्च से पहले ही बठिंडा में सुरक्षा इंतजाम कड़े कर दिए हैं। जबकि अमृतपाल की मां बलविंदर कौर के साथ चाचा सुखचैन सिंह और 4 अन्य को बीते दिन ही हिरासत में लिया गया था।
अमृतपाल सिंह को पंजाब की जेल में शिफ्ट करने की मांग को लेकर आज सोमवार बठिंडा तख्त दमदमा साहिब से श्री अकाल तख्त साहिब तक ये चेतना मार्च निकाला जाना है। इस मार्च को आयोजित करने के लिए प्रशासन की तरफ से अनुमति नहीं दी गई। लेकिन बीते दिन मां अमृतपाल के समर्थकों के साथ बठिंडा में मार्च निकालने के लिए पहुंच गई। जिसके बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए अमृतपाल सिंह की मां, चाचा और 4 अन्य को हिरासत में ले लिया था। इन सभी को पकड़ कर पुलिस ने 4 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।देशभर में लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा हो चुकी है और आचार सहिंता लागू है। सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने अमृतपाल सिंह की मां बलविंदर कौर, चाचा सुखचैन सिंह और 4 साथियों पर प्रिवेंशन एक्ट लगा कर उन्हें डिटेन किया है।श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने इस एक्शन की निंदा की है।अमृतपाल सिंह अपने 9 साथियों के साथ बीते साल से ही नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के तहत हिरासत में हैं। अजनाला पुलिस स्टेशन पर हुए हमले के बाद पुलिस ने अमृतपाल सिंह व उसके साथियों के खिलाफ एक्शन शुरू किया था। पकड़े जाने के बाद सभी को असम की डिब्रूगढ़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। खालिस्तान का समर्थन करने वाले अमृतपाल ने डिब्रूगढ़ जेल प्रशासन पर उनकी सेल, टायॅलेट व बाथरूम में स्पाई-कैमरे व सीसीटीवी कैमरे लगाने का आरोप लगा चुका है। इसे लेकर अमृतपाल ने एक ऑडियो भी जारी की थी। जिसके बाद अमृतपाल सिंह भूख हड़ताल पर चला गया था। तकरीबन एक महीना भूख हड़ताल पर रहने के बाद श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के आदेश पर अमृतपाल ने भूख हड़ताल खत्म की थी।