जालंधर में विवाद के बाद NRI की मौत SHO 8 ने कहा चोट के निशान नहीं, ह्रदय गति रुकने से हुई मौत, चौथे फ्लोर से फैंकने की बात कोरी अफवाह
जालंधर (योगेश सूरी) : जालंधर से एक NRI को कुछ युवकों द्वारा विवाद के बाद रात को बिल्डिंग के चौथे फ्लोर से नीचे फैंक कर हत्या किए जाने के मामले में थाना 8 प्रभारी प्रदीप सिंह ने स्पष्ट कर दिया है की मौत ह्दय गति रुकने से हुई है व चौथे फ्लोर से फैंकने की बात कोरी अफवाह है l
बता दे की आज सुबह से जालंधर में पठानकोट बाइपास चौक के पास BDA कॉलोनी (फ्लैट्स) में रविवार को रात कुछ युवकों द्वारा यूके से आए एक NRI को चौथे फ्लोर से नीचे फैंक दिए जाने की खबर खूब वायरल हो रही थी । जिसके बाद न्यूज़ लिंकर्स ने संबधित थाना 8 के प्रभारी प्रदीप सिंह से बात की तो उन्होंने स्पष्ट किया की कल रात BDA फ्लैट्स में रह रहे UK के NRI चरणजीत सिंह की मौत हो गई थी । मिली जानकारी के अनुसार उक्त NRI की फ्लैट के तीसरे फ्लोर पर रहने वाली एक टीचर से बहस भी हुई थी। इसी के चलते NRI का कुछ युवकों के साथ झगड़ा हुआ था। उन्होंने बताया की पुलिस जांच के बाद मृतक के शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं पाया गया जिससे मृतक की मौत विवाद के दौरान ह्रदय गति रुकने से हुई प्रतीत हो रही है l उन्होंने बताया की पुलिस ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भी भेज दिया गया है। चरणजीत ने चौथे फ्लोर पर फ्लैट खरीदा हुआ था। सूत्रों के अनुसार वारदात के बाद आरोपी खुद चरणजीत को अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने लाते ही उसे मृत घोषित कर दिया। चरणजीत की मौत का पता चलते ही सभी आरोपी मौके से फरार हो गए थे। घटना की सूचना अस्पताल द्वारा थाना डिवीजन नंबर 8 की पुलिस को दी गई थी। सोसाइटी के लोगों के अनुसार चरणजीत हर दो साल पर पंजाब आता था। चरणजीत चार हफ्ते पहले ही अपने भांजे के साथ यूके से लौटा था। मृतक के ड्रॉइवर बिट्टू ने बताया कि मालिक को क्रिकेट का बहुत शौक था। रविवार को वह विश्व कप फाइनल देखने के लिए घर पर ही थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी सुराग छिपाने के लिए चौकीदार के कमरे में लगा CCTV का DVR भी अपने साथ ले गए। हालांकि आरोपियों की कार के नंबर से पुलिस ने उन्हें ट्रेस किया। आरोपियों को चौकीदार द्वारा रोकने की कोशिश भी की गई, मगर कुछ हाथ नहीं लगा। इसी बीच थाना प्रभारी प्रदीप सिंह ने कुछ मीडिया चैनलों पर NRI को चौथे फ्लैट से फेंकने की बात का खंडन किया है कि बिना पुलिस जांच का पक्ष लिए बिना यह खबर चलायी गयी है।