BREAKINGDOABAJALANDHARPUNJAB

♦श्री सिद्ध बाबा सोढल मेला सजना शुरु, श्री सिद्ध बाबा सोढल सुधार सभा ने की तैयारियां पूर्ण : आज्ञापाल चड्ढा, पंकज चड्ढा
♦9 सितम्बर को होगा मेले का आयोजन, पढ़े बाबा सोढल की पूरी कथा

जालंधर (हितेश सूरी) : जालंधर स्थित श्री सिद्ध बाबा सोढल मंदिर लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। इस बार मेलें का आयोजन 9 सितम्बर को रहा है l यह मेला अनंत चौदस पर मेला लगता है, जो कई दिन तक देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की श्रद्धा का केंद्र बना रहता है। श्री सिद्ध बाबा सोढल सुधार सभा के प्रधान आज्ञापाल चड्ढा ने बताया कि श्री सिद्ध बाबा सोढल का जन्म जालंधर शहर में चड्ढा परिवार में हुआ था। उन्होंने कहा कि वैसे तो बाबा सोढल जी के साथ कई कहानियां जुड़ी हुई हैं। मान्यता है कि इस तपोभूमि पर आदर्श मुनि तपस्या करते थे। बाबा सोढल की माता जी उनकी सेवा करती थीं। मुनि जी ने कहा- बेटी तुमने कभी मुझसे कुछ मांगा नहीं। इस पर माता जी ने उनसे पुत्र रत्न का वरदान मांगा। मुनि जी ने ध्यान लगाया और कहा- तुम्हारे भाग्य में औलाद सुख नहीं है। मुनि जी ने भगवान विष्णु की आराधना कर पुत्र प्राप्ति का वरदान दिया। उन्होंने संतान पर कभी गुस्सा न करने की हिदायत भी दी। जब बाबा सोढल बहुत छोटे थे, वह अपनी माता के साथ एक तालाब पर गए। माता कपड़े धोने में व्यस्त थीं और बाबा जी पास ही में खेल रहे थे। तालाब के नजदीक आने को लेकर माता ने बाबा को कई बार टोका और नाराज भी हुईं। बाबा जी के न मानने पर माता ने गुस्से में उन्हें कोसा और कहा जा गर्क जा। इस गुस्से के पीछे माता का प्यार छिपा था। बाबा सोढल ने माता के कहे अनुसार तालाब में छलांग लगा दी। माता के अपने पुत्र द्वारा तालाब में छलांग लगाने पर विलाप शुरू कर दिया। थोड़ी देर बाद बाबा जी पवित्र नाग देवता के रूप में प्रकट हुए। उन्होंने चड्ढा और आनंद बिरादरी के परिवारों को उनके पुनर्जन्म को स्वीकार करते हुए मट्ठी जिसे टोपा कहा जाता है चढ़ाने का निर्देश दिया। इस टोपे का सेवन केवल चड्ढा और आनंद परिवार के सदस्य ही कर सकते हैं। इस प्रसाद का सेवन परिवार में जन्मी बेटी तो कर सकती है मगर दामाद व उसके बच्चों के लिए यह वर्जित है। सोढल मेले वाले दिन श्रद्धालु पवित्र तालाब से अपने प्रत्येक पुत्र के नाम की मिट्टी 14 बार निकालते हैं। श्रद्धालु अपने-अपने घरों में पवित्र खेत्री बीजते हैं, जो हर परिवार की खुशहाली और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है। मेले वाले दिन इसे बाबा जी के श्रीचरणों में अर्पित करके माथा टेकते हैं। श्री सिद्ध बाबा सोढल मंदिर में प्रसिद्ध ऐतिहासिक सोढल सरोवर है जहां बाबा सोढल जी की विशाल प्रतिमा स्थापित की गई है। भक्तजन इस पवित्र सरोवर के जल से अपने ऊपर छिड़काव करते हैं और चरणामृत की तरह पीते हैं।

श्री सिद्ध बाबा सोढल सुधार सभा के प्रधान आज्ञापाल चड्ढा व चड्ढा बिरादरी के प्रधान पंकज चड्ढा।

श्री आज्ञापाल चड्ढा ने बताया कि श्री सिद्ध बाबा सोढल मेले के उपलक्ष्य में श्री सिद्ध बाबा सोढल सुधार सभा (रजि) द्वारा मंदिर प्रांगण में कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। उन्होंने बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बाबा जी का मेला बहुत धूम-धाम से मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 8 सितम्बर दिन वीरवार को सांय 5 बजे मंदिर प्रांगण में झंडे की रस्म अदा की जाएगी। उन्होंने कहा कि 9 सितम्बर दिन शुक्रवार को बाबा जी का मेला है, इस दिन सर्वप्रथम सभा द्वारा सुबह 11 बजे हवन यज्ञ किया जायेगा, फिर दोपहर 3 बजे लंगर भंडारा होगा। तदोपरांत वार्षिक सम्मान समारोह होगा, जिसमे शहर के गणमान्य को सम्मानित किया जायेगा। श्री चड्ढा ने कहा कि सभा द्वारा कोरोना वैक्सीनेशन कैंप भी लगाया जा रहा है। चड्ढा बिरादरी के प्रधान पंकज चड्ढा ने बताया कि श्री सिद्ध बाबा सोढल मेले के उपलक्ष्य में मंदिर को जाते सभी मार्गों पर बाजार सज चुके हैं, जहां पर खिलौनों, कपड़े, हैंडलूम, होम डेकोर, क्राकरी, स्टेशनरी आदि के सामान की जमकर खरीददारी हो रही है तथा सभी मार्गों पर झूले सज गए हैं। उन्होंने कहा कि मेले वाले दिन अधिक भीड़ होने की संभावना के चलते भक्तजन रविवार को ही परिवार सहित नतमस्तक होने पहुँचते है, जिस कारण बाबा जी का मेला एक हफ्ते पहले आरम्भ हो जाता है। श्री चड्ढा ने कहा कि मेले से 2-3 दिन पहले शुरू होने वाली भक्तों की भीड़ मेले के बाद भी 2-3 दिन तक लगातार बरकरार रहती है। उन्होंने कहा कि भक्तजन अपने परिवार सहित मंदिर में नतमस्तक हो रहे है और कई परिवार अपने छोटे बच्चों को श्री सिद्ध बाबा सोढल तालाब में जाकर माथा टिकवा रहे है। श्री चड्ढा ने बताया श्री सिद्ध बाबा सोढल मेले में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किये गए है। गौरतलब है कि मेले में सुरक्षा के मद्देनजर 1000 पुलिस मुलाजिम की ड्यूटी लगाई गई है तथा डयूटी को 12-12 घंटे की 2 शिफ्टों में बांटा गया है। जालंधर पुलिस कमिश्नरेट द्वारा चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के कडे़ प्रबंध कर दिए गए हैं। वही जालंधर के सीपी गुरशरण सिंह संधू द्वारा मेला मार्ग पर पी.सी.आर. दस्ते को पैट्रोलिंग करने, जेब कतरों व संदिग्ध लोगों पर नजर रखने के आदेश जारी किए है तथा वरिष्ठ अधिकारियों को विभिन्न इलाकों की जिम्मेदारी सौंपी गई है ताकि व्यवस्था सुचारू ढंग से हो सके। बता दे कि वरिष्ठ अधिकारियों, पी.सी.आर. कर्मियों व मेला मार्ग पर तैनात मुलाजिम वायरलैस सैट के साथ तैनात होंगे। कंट्रोल रूम से किसी तरह का भी मैसेज आने पर पुलिस मुलाजिम तुरंत घटना स्थल पर पहुंचेंगे। जालंधर पुलिस कमिश्नर खुद भी औचक चैकिंग के लिए सिविल कपडों में सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लेने के लिए फील्ड में निकलेंगे। मेला में जेब कतरों पर नकेल कसने के लिए कई स्थानों पर गुप्त कैमरे लगाए जा रहे है। जालंधर पुलिस कमिश्नर ने मुलाजिमों को साफ चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कोई भी मुलाजिम ढीली कारगुजारी करता पकड़ा गया तो उसके खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी और उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु दिखाई दे तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस कंट्रोल रुम में दें। इस अवसर पर श्री आज्ञापाल चड्ढा व श्री पंकज चड्ढा ने शहरवासियों को श्री सिद्ध बाबा मेले में शामिल होने का आह्वान किया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!