कोरोना ने फिर पसारने शुरु किए पैर; समाज सेवक अजय अग्रवाल ने लोगों को बताए कोरोना से बचाव के उपाय
जालंधर (हितेश सूरी) : दुनिया में फिर कोरोना वायरस ने अपने पैर पसारने शुरू कर दिये है। कोरोना महामारी के संक्रमण से दुनियाभर में हा-हाकार मची हुई है। अब जबकि आपको घर में रहना है तो आप कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर अपने आप को स्वस्थ बनाए रख सकते हैं। डॉक्टरों के परिवार से ताल्लुक रखने वाले शहर के समाज सेवक अजय अग्रवाल द्वारा पिछले काफी समय से कोरोना वायरस सम्बन्धी जागरूकता अभियान चलाया गया है। इस अभियान के तहत श्री अग्रवाल हर किसी से अपील कर रहे हैं कि घर में रहकर लोगों को दिन में दो-तीन बार भाप लेनी चाहिए और जितनी देर तक बर्दाश्त हो सके, उससे थोड़ा ज्यादा बर्दाश्त करके धूपस्नान लेना चाहिए यानि धूप में बैठना चाहिए। समाज सेवक अजय अग्रवाल ने बताया कि साथ ही नमक वाले हल्के गर्म पानी से गरारे करने चाहिए, इससे असल तो इन्फैक्शन होगा नहीं और अगर थोड़ी-बहुत दिक्कत सांस लेने में या सर्दी-जुकाम की है भी तो वह भी दूर हो जाएगी। श्री अजय अग्रवाल के मुताबिक विश्व स्वास्थ्य संगठन भी अपनी एक रिपोर्ट में इस बात को मान चुका है कि सार्स कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद भी आदमी को कॉमन कोल्ड या सांस लेने में दिक्कत आती है तथा इन्हीं लक्षणों के साथ 2002 में भी कोरोना वायरस चीन और अन्य 26 देशों में बहुत से लोगों के लिए जान का दुश्मन बन गया था। इसी रिपोर्ट में उल्लेखित एक तथ्य के मुताबिक 56 डिग्री सेल्सियस तापमान पर 10000 वायरस खत्म हो जाता है। इसी तरह बहुत से अनुभवी चिकित्सक भी यही कह रहे हैं कि जिसका इम्युन सिस्टम ठीक है तो हो सकता है, बहुतों को न जाने कब वायरल इन्फैक्शन हुआ और अपने आप ठीक भी हो गया हो। श्री अग्रवाल ने एक और रिचर्स फैक्ट का हवाला दिया है कि 15 फरवरी 2017 को ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में एक अध्ययन प्रकाशित हुआ था कि श्वासनली में संक्रमण से जूझ रहे ज्यादातर लोगों के शरीर में विटामिन डी की कमी पाई गई और विटामिन डी की कमी पूरी होने पर जब सेहत में उम्मीद से ज्यादा सुधार देखने को मिला तो इसे मैजिक बुलेट का नाम दिया गया, बताया जाता है कि इसी तरह अमेरिका में भी लगभग 50 प्रतिशत लोग विटामिन डी की कमी के शिकार पाए गए और फिर 28 फरवरी 2020 को बीएमजे के हवाले से प्रकाशित एक खबर में कोविड-19 की रोकथाम के लिए विटामिन डी की कमी को पूरा करने के बारे में लिखा गया है, इसमें बच्चों के लिए 10 माइक्रो ग्राम तो बड़ों के लिए 100 माइक्रो ग्राम विटामिन डी लेना सुरक्षित बताया गया है। श्री अजय अग्रवाल ने बताया कि इसी तरह सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के पिछले मुख्य निदेशक डॉ. टॉम फ्रिडेन ने विटामिन डी की कमी पूरी करके कोरोना वायरस को कम करने की संभावना जताई है। इन्हीं सभी तथ्यों के आधार पर समाज सेवक अजय अग्रवाल तमाम कोरोना वायरस के संक्रमितों का विटामिन डी लेवल चेक करने की अपील करते हैं। वहीं लोगों को भरपूर मात्रा में यह विटामिन लेने की सलाह देते हैं। श्री अग्रवाल ने बताया कि दूध, दही, पनीर, मक्खन के अलावा अंकुरित दालों में भरपूर मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है और लोगों को डॉक्टर की सलाह लेकर उसके हिसाब से एक संतुलित मात्रा में विटामिन डी लेना चाहिए।