ब्लैकमेलिंग के आरोप में काबू भाणा सिद्धू के हक में CM का संगरूर घर घेरने निकले किसान : कई नेता नजरबंद, किसानों को पकड़ने खेतों में दौड़ी पुलिस ; दिल्ली-लुधियाना नेशनल हाईवे जाम, कई टोल प्लाजा बंद
जालंधर/संगरुर (योगेश सूरी) : पंजाब में ट्रैवल एजेंट से ब्लैकमेलिंग के केस में पकड़े ब्लॉगर भाना सिद्धू के हक में किसान संगठन उतर आए हैं। 15 किसान संगठनों ने शनिवार को पंजाब CM भगवंत मान के संगरूर स्थित घर के घेराव का ऐलान किया है। इसका पता चलते ही पुलिस ने संगरूर और मानसा में किसान नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया। इतना ही नहीं, संगरूर जा रहे पूर्व CM चरणजीत सिंह चन्नी को भी रास्ते में रोक लिया गया।इसका पता चलते ही किसान संगठन भड़क गए। उन्होंने अमृतसर, फिरोजपुर, बठिंडा समेत कई जिलों में टोल प्लाजा बंद करने का ऐलान कर दिया। वहीं सड़कें भी जाम करनी शुरू कर दी हैं। पुलिस संगरूर जाने वाली बसों को रोक किसानों को पकड़ रहे हैं। लुधियान-दिल्ली राजमार्ग जाम कर दिया गया है।वहीं प्रदर्शन को देखते हुए संगरूर में सीएम हाउस के बाहर बैरिकेडिंग कर उसे सील कर दिया गया है। किसान नेताओं का कहना है कि भाना सिद्धू सिर्फ ठगी के शिकार लोगों के पैसे ट्रैवल एजेंटों से वापस करवाता था। पंजाब की AAP सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्टें डालने की वजह से बदलाखोरी के तहत उस पर केस दर्ज किया गया है।भारतीय किसान यूनियन (क्रांतिकारी) के नेता सुरजीत सिंह फूल ने वीडियो जारी कर युवाओं को टुकड़ों में सीएम निवास के बाहर पहुंचने की अपील की है। सुरजीत फूल का कहना है कि सुबह से ही पुलिस किसान नेताओं को ढूंढ रही है और उन्हें नजरबंद किया जा रहा है। जबकि, सीएम खुद कहते हैं कि सचिवालय या चंडीगढ़ में प्रदर्शन से पहले उनके घर के बाहर आ जाओ।
वहीं, सांसद सिमरजीत सिंह मान ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को भी पत्र लिख 1 फरवरी को उनके साथ हुई घटना की शिकायत की है। सांसद का कहना है कि 1 फरवरी को शांतिमय ढंग से फतेहगढ़ साहिब में भाना सिद्धू के हक में प्रदर्शन किया जाना था। लेकिन, उससे पहले ही उन्हें हाउस अरेस्ट कर लिया गया।मान ने अपने पत्र में लिखा कि उन्हें 1 फरवरी को हाउस अरेस्ट किया गया, जो संविधान के आर्टिकल 14, 19 और 21 का उल्लंघन है, जो उन्हें कानून के सामने एक सामान रखने, बोलने की आजादी और पर्सनल लिबर्टी का हक देता है। इस हाउस अरेस्ट के कारण वह 1 फरवरी को संसद में बजट सेशन पर भी नहीं पहुंच पाए। उन्होंने इस कार्रवाई के खिलाफ एक्शन लेने की मांग रखी है। बता दे की भाना सिद्धू को अचानक से 20 जनवरी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया। जिसके बाद खुलासा हुआ कि उसके खिलाफ ब्लैकमेलिंग का केस दर्ज हुआ है। लुधियाना की सेक्टर-32 A की निवासी महिला ट्रैवल एजेंट इंद्रजीत कौर (42) ने पुलिस को बताया था कि उसका इमिग्रेशन का दफ्तर इश्मीत चौक थाना मॉडल टाउन के नजदीक बना है। लोगों को विदेश भेजने का वह काम करती है। कई बार लोगों के वीजा रिफ्यूज हो जाते हैं, तो वह उनके पूरे पैसे वापस भी कर देती हैl ट्रैवल एजेंट ने आगे बताया कि ब्लॉगर भाना सिद्धू अक्सर सोशल मीडिया पर लाइव होकर ट्रैवल एजेंटों को धमकाता है। वह संगत दर्शन लगाकर ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ बोलकर कहता है कि यदि आपने पैसे न दिए तो मैं ट्रैवल एजेंटों के घरों के बाहर आकर धरना लगाउंगा। इसी धमकी के बाद भाना सिद्धू ने 30 अगस्त 2023 को सुबह 8.30 बजे मेरे मोबाइल नंबर पर अपने मोबाइल से फोन किया।भाना ने उसके मोबाइल पर बात करते हुए कहा कि वह 10 हजार रुपए डाल दें, ताकि वह धरने वाली गाड़ियों को वापस लेकर जाए।26 जनवरी को भाना सिद्धू को बेल मिली थी। लेकिन, उसके खिलाफ पटियाला में एक और मामला दर्ज कर दोबारा से अरेस्ट कर लिया गया। थाना सदर पटियाला पुलिस ने सिद्धू के खिलाफ 379बी, 323, 341, 506, 34 IPC के तहत मुकदमा नंबर 8 दर्ज किया।भाना सिद्धू की गिरफ्तारी को लेकर ही सांसद सिमरजीत सिंह मान ने आज ट्रेन रोको आंदोलन की शुरुआत करनी थी। लेकिन, उन्हें उनके समर्थकों के साथ पहले ही हाउस अरेस्ट कर लिया गया।