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पंजाब में भाजपा-शिअद गठबंधन की अटकलों पर विराम : अकेले चुनाव लड़ेगी भाजपा; प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ का बड़ा ऐलान, कहा- नहीं बनी पार्टी में आम राए

जालंधर (योगेश सूरी) : भाजपा पंजाब में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ेगी। यह ऐलान करते हुए पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने शिअद के साथ अटकलों पर पूर्ण विराम लगा दिया है l

श्री जाखड़ ने कहा कि पार्टी नेताओं, वर्करों व आम लोगो की राय के बाद यह फैसला लिया गया है।उन्होंने कहा की पंजाब के भविष्य, जवानी-किसानी और व्यापारियों एवं पिछड़े वर्ग की बेहतरी के लिए यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में किसानों की फसल का एक-एक दाना उठाया गया है। करतारपुर कॉरिडोर की सदियों की मांग पीएम मोदी ने पूरी की।बता दें कि पहले पंजाब में अकाली दल से भाजपा के दोबारा गठजोड़ की चर्चा थी। भाजपा के सीनियर नेता भी इसके पक्ष में थे। इसके बावजूद यह बातचीत बन नहीं पाई।अकाली दल व भाजपा का रिश्ता काफी पुराना है। NDA के विस्तार में अकाली दल पहला संगठन था, जिसने भाजपा के साथ हाथ मिलाया था। 1992 तक BJP और अकाली दल अलग-अलग चुनाव लड़ती थी। चुनावों के बाद अकाली दल BJP को समर्थन देती थी। 1996 में अकाली दल ने ‘मोगा डेक्लरेशन’ पर साइन किया था और 1997 में पहली बार एक साथ साथ में चुनाव लड़ा। मोगा डेक्लरेशन में BJP के साथ तीन बातों पर जोर दिया गया था। जिसमें पहली पंजाबी आईडेंटिटी थी, दूसरा आपसी सौहार्द्र और तीसरा राष्ट्रीय सुरक्षा। 1984 के दंगों के बाद देश में पैदा हुए माहौल के कारण दोनों पार्टियां साथ आई थीं।

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