
जालंधर (हितेश सूरी) : भजन सम्राट नरेंद्र चंचल का आज दिल्ली के अपोलो अस्पताल में आकस्मक निधन हो गया। बता दे कि वह पिछले 3 महीने से बीमार थे और उनका इलाज चल रहा था। बताते चले कि उन्होंने कई प्रसिद्ध भजनों के साथ-साथ कई हिंदी फिल्मों में गाने भी गाएं है। 80 वर्षीय नरेंद्र चंचल ने न सिर्फ शास्त्रीय संगीत में अपना नाम कमाया बल्कि लोक संगीत में भी लोगों की दिल जीता। भजन सम्राट नरेंद्र चंचल का जन्म 1940 में नमक मंडी अमृतसर में हुआ। बचपन में वह अपनी मां कैलाशवती को मातारानी के भजन गाते हुए सुनते थे। इसी वजह से उनकी रुचि भी भजन गायकी में बढ़ गयी । बताते चले कि उनके शरारती स्वभाव और चंचलता की वजह से शिक्षक उन्हें ‘चंचल’ कहकर बुलाते थे। बाद में उन्होंने अपने नाम के साथ हमेशा के लिए चंचल जोड़ लिया। उन्होंने राज कपूर की फिल्म बॉबी में ‘बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो’ गाना गाया था। फिल्म ‘आशा’ में गाए माता रानी के भजन ‘चलो बुलावा आया है’ ने उन्हें रातो रात मशहूर बना दिया। भजन गायकी में वह एक खास स्थान रखते थे। उनकी एक झलक पाने के लिए लोगो का तांता लग जाता था। बता दे कि हाल ही में नरेंद्र चंचल ने कोरोना महामारी को लेकर भी एक गाना गाया था जो काफी वायरल हुआ था।