जालंधर (योगेश सूरी) : गत दिवस ED ने जालंधर में पंजाब के पूर्व कैबिनट मंत्री भारत भूषण आशु को पूछताछ के लिए बुलाया था जिसके बाद देर शाम आशु की ED के अधिकारियों ने गिरफ्तारी डाल दी। 9 घंटे से भी अधिक समय तक आशु से ED ने उनकी बढ़ी हुई संपत्ती और विदेशों में हुई ट्रांजैक्शन से बारे अधिकारियों ने सवाल पूछे थे सूत्रों के अनुसार आशु ED के सवालों का संतोषजनक जबाब नहीं दे पाए थे l
आज आशु को संविधान चौक नजदीक अदालत में पेश किया जाएगा। बता दे की पूर्व कांग्रेस सरकार में मंत्री पद पर रहते हुए आशु की बढ़ी प्रॉपर्टी पर ED जांच कर रही है। सूत्रों मुताबिक ED के अधिकारियों के समक्ष कुछ विदेशों में हुई ट्रांजैक्शन सामने आई है। जिस कारण आशु की मुश्किलें बढ़ गई है।जिन खातों में पैसे ट्रांसफर हुए है ED अब उन खाताधारकों की समीक्षा करने में जुट गई है। विधान सभा चुनाव से पहले आशु ने अपनी संपत्ती के जो एफिडेविट सार्वजनिक किए थे उसका भी मौजूदा प्रॉपर्टी से ED आंकलन कर रही है। आशु के कुछ करीबियों से भी आने वाले दिनों में ED पूछताछ कर सकती है।भारत भूषण आशु वर्ष 1997 में लुधियाना के वार्ड नंबर 48 से नगर पार्षद चुने गए थे। वर्ष 2012 में, उन्हें लुधियाना पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का टिकट आवंटित किया गया और वे पंजाब विधानसभा में उप कांग्रेस विधायक दल के नेता बने।वर्ष 2017 में फिर से उन्होंने आम आदमी पार्टी के अहबाब ग्रेवाल को 36,521 मतों के अंतर से हराया। वह पंजाब सरकार में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामलों के कैबिनेट मंत्री थे। 2022 में, वह लुधियाना पश्चिम से आप उम्मीदवार गुरप्रीत बस्सी गोगी से 7500 से अधिक मतों से चुनाव हार गए।अपने राजनीतिक जीवन में कई विवादों में घिरते रहे आशु को उनके गुस्से भरे स्वभाव के लिए लगातार आलोचना का सामना करना पड़ता रहा है। जनवरी 2019 में, आशु को एक सार्वजनिक समारोह में महिला अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करते हुए मीडिया द्वारा सार्वजनिक रूप से देखा गया। इस घटनाक्रम की सोशल मीडिया पर वीडियो भी काफी वायरल हुई थी।फरवरी 2019 में, आशु द्वारा इंप्रूवमेंट ट्रस्ट के तत्कालीन डीएसपी और सुपरीडेंट इंजीनियर को धमकाने की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी खूब वायरल हुई थी। अक्टूबर 2019 में, आशु पर उपचुनाव की तैयारियों के दौरान अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ता की पिटाई करने का आरोप लगाया गया था और अब आशु ट्रांसपोर्ट टेंडर घोटाले के आरोपों में घिरे है l
_पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु की ईडी द्वारा गिरफ्तारी डाले जाने के बाद अभी तक पंजाब प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग और पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी ने की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई ।_
जालंधर से विधायक परगट सिंह, विधायक सुखविंदर कोटली और पूर्व विधायक राजेंद्र बेरी देर रात को उनसे मिलने जरुर पहुंचे थे लेकिन उन्हें आशु से मिलने का मौका नहीं मिला। आशु 16 महीने पहले भी जेल जा चुके हैं।आशु 7 महीने जेल में रहे। वह 7 मई 2023 को जमानत पर बाहर आए हैं। लोकसभा चुनाव दौरान आशु की भाजपा में शामिल होने की खूब चर्चा रही है क्योंकि आशु के करीबी लुधियाना के पूर्व सांसद और मौजूदा राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू भाजपा में शामिल हो चुके है। सूत्रों मुताबिक पता चला है कि आशु के राजीतिक सफर में आने वाले दिनों में बड़ा बदलाव देखा जा सकता है।बता दें लोकसभा चुनाव में रवनीत सिंह बिट्टू के भाजपा में शामिल होने के बाद भारत भूषण आशु एक मात्र बड़ा चेहरा लुधियाना से थे लेकिन शहर के कुछ पूर्व विधायकों के बगावती सुरों के कारण हाईकमान ने प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग को लुधियाना से उम्मीदवार घोषित कर दिया। शहर में चर्चा यह भी रही है कि वड़िंग का आशु ग्रुप ने खुलकर समर्थन नहीं किया। यह भी एक बड़ा कारण है कि आशु और वड़िंग में दूरियां बढ़ी है।
जल्द करेंगे प्रेस नोट जारी-ED अधिकारी जे.पी सिंह
इस मामले संबंधी ED के अधिकारी जे.पी सिंह ने कहा कि मनी लांड्रिंग टेंडर घोटाले के तहत भारत भूषण आशू को गिरफ्तार किया गया है और वह कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए हैं जिस कारण उनकी गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने कहा है कि मीडिया को प्रेस नोट के जरिए जानकारी दी जाएगी।