जालंधर (हितेश सूरी) : कल जालंधर नगर निगम को नया मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर एवं डिप्टी मेयर मिलने जा रहा है। बताया जा रहा है कि 11 जनवरी दिन शनिवार को जालंधर के रेड क्रॉस भवन में दोपहर 3 बजे आयोजित होने वाली बैठक में नगर निगम जालंधर के सभी नव-निर्वाचित पार्षद शपथ ग्रहण करेंगे, जिसके बाद मेयर, डिप्टी मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर के नामों का ऐलान होगा। इसी के मद्देनज़र जिला कांग्रेस कमेटी जालंधर ने डिवीजनल कमिश्नर दलजीत सिंह मांगट (IAS) को एक पत्र लिखा है, जिसमे कांग्रेस कमेटी के जिला अध्यक्ष राजिंदर बेरी ने कहा कि हमारा यह अनुरोध है कि पंजाब राज्य द्वारा अधिसूचित 11 जनवरी को होने वाले मेयर पद के लिए चुनाव की आम सभा की बैठक में खुले मतदान (हाथ उठाकर) की वर्तमान प्रस्तावित विधि के बजाय गुप्त मतदान के माध्यम से आयोजित किए जाए ताकि हर पार्षद खुलकर अपना वोट दे पाए । पत्र में बेरी ने कहा है कि गुप्त मतदान सभी नगर पार्षदों को बिना किसी बाहरी दबाव, प्रभाव या धमकी और बिना किसी राजनीतिक हस्तक्षेप के अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने की अनुमति देता है और गुप्त मतदान चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता, निष्पक्षता और निष्पक्षता को बढ़ावा देता है जोकि लोकतंत्र के मूल्यों को बनाए रखने के लिए आवश्यक हैं। पत्र में बेरी ने यह भी कहा कि मैं आपसे विनम्र आग्रह करता हूं कि इस अनुरोध पर विचार करें और आगामी चुनाव के लिए गुप्त मतदान प्रणाली को लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
आप पार्टी में पनप सकता है विरोध
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कल कार्यक्रम के बाद आम आदमी पार्टी में विरोध पनप सकता है, जिसका मुख्य कारण है कि मेयर, डिप्टी मेयर और सीनियर डिप्टी मेयर हेतु दावेदारों की संख्या बेहद ही ज्यादा है। वही जिस पार्षद की दावेदारी को नज़रअंदाज़ किया गया, वह कही ना कही नाराज़गी जता सकता है और पार्टी के विरुद्ध जाकर कोई ठोस कदम उठा सकता है। वही ठण्ड में राजनीतिक गतिविधियां गर्म हो चुकी है। सूत्रों की मानें तो पार्टी हाईकमान भी ऐसे पार्षद को मेयर बनाना चाहती है जोकि अनुभवी और मेहनती हो, मगर हाईकमान दलबदलुओं को सिरे से नकार रही है क्योकि अगर किसी दलबदलू को जालंधर का मेयर बनाया जाता है तो निश्चय ही वह आगामी विधानसभा चुनावों-2027 में अपनी कुर्सी समेत अपनी मूल पार्टी में जा सकता है। सूत्रों के मुताबिक अभी भी कई पार्टी के वरिष्ठ नेता अपने चहेते पार्षदों को पद देने हेतु हाईकमान को सिफारिशें कर रहे है तथा शहरी स्तर पर पार्टी गुटबाज़ी की शिकार भी हो रही है, यह गुटबाज़ी हल्कों तक ही नहीं बल्कि नेताओं तक सीमित हो चुकी है।
नव-निर्वाचित पार्षद हितेश ग्रेवाल को मिले डिप्टी मेयर का पदभार
राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक वार्ड नंबर 72 के नव-निर्वाचित पार्षद हितेश ग्रेवाल डिप्टी मेयर के प्रबल दावेदार माने जा रहे है। विकास के एजेंडे के साथ चुनाव लड़कर पार्षद बने हितेश ग्रेवाल अगर शहर के डिप्टी मेयर बनते हैं तो शहर में एक समान सभी वार्डों का राजनीति से उठकर भरपूर विकास होगा क्योकि वह समाज सेवा के कार्यों में हमेशा आगे रहकर काम करते हैं और विभिन्न धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक एवं व्यापारिक कार्यों में बढ़-चढ़कर शामिल होते है। वह युवाओं में भी अच्छी-खासी मज़बूत पकड़ रखते है। शहरवासियों का भी कहना है कि पार्षद हितेश ग्रेवाल के पिता चंदन ग्रेवाल जोकि पंजाब सफाई कर्मचारी कमीशन कैबिनेट रैंक के चेयरमैन है, ने जालंधर शहर के विकास में अपना अहम योगदान डाला है। बता दे कि जालंधर नगर निगम चुनावों में वार्ड नंबर 72 से हितेश ग्रेवाल ने आप उम्मीदवार रहते हुए भारी मतों से शानदार जीत हासिल की है।