जम्मू-कश्मीर में बढ़ती आंतकी कार्रवाईयों पर केन्द्र सरकार का बड़ा फैसला! : BSF के DG और डिप्टी चीफ को हटाया पद से, होम कैडर भेजा वापिस
जालंधर (योगेश सूरी) : शुक्रवार देर रात केन्द्र ने एक बड़ा फैसला लेते हुए बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) के चीफ डायरेक्टर जनरल नितिन अग्रवाल और डिप्टी स्पेशल डायरेक्टर जनरल योगेश बहादुर (वाईबी) खुरानिया को पद से हटा दिया है। दोनों को अपने-अपने होम कैडर (नितिन अग्रवाल को केरल और खुरानिया को ओडिशा) रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने 30 जुलाई को कैबिनेट की अपॉइंटमेंट कमेटी को आदेश जारी करने को कहा था, जिसके बाद डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल ट्रेनिंग की डायरेक्टर साक्षी मित्तल ने ये आदेश जारी किए हैं।
हालांकि, दोनों टॉप अधिकारियों को हटाने की वजह और उन्हें मिलने वाली नई जिम्मेदारी के बारे में अभी नहीं बताया गया है। साथ ही BSF के नए चीफ और डिप्टी चीफ के नाम की घोषणा भी नहीं हुई है।नितिन अग्रवाल 1989 बैच के केरल कैडर के IPS ऑफिसर हैं। वे BSF के पहले डीजी होंगे, जिन्हें अपना कार्यकाल बीच में ही छोड़ना पड़ा। इससे पहले जिन्होंने भी डीजी की जिम्मेदारी संभाली, उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया है। अग्रवाल ने पिछले साल जून में पदभार ग्रहण किया था। उनका कार्यकाल 2026 में पूरा होना था। वाईबी खुरानिया 1990 बैच के IPS ऑफिसर हैं। वे स्पेशल डीजी (वेस्ट) के रूप में पाकिस्तान बॉर्डर पर सिक्योरिटी इन-चार्ज थे।मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि वाईबी खुरानिया को ओडिशा में डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (DGP) की जिम्मेदारी मिल सकती हैं। BSF की जिम्मेदारी मिलने से पहले भी वे ओडिशा पुलिस के बड़े पदों पर रह चुके हैं। वे एडिशनल DGP के अलावा राउरकेला, मयूरभंज और गंजम में SP भी रह चुके हैं। खुरानिया भुवनेश्वर, बेरहमपुर और संबलपुर रेंज के DIG और IG भी रह चुके हैं। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र सरकार ने यह फैसला जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुई बढ़ती घटनाओं को लेकर किया है। आंकड़ों के मुताबिक, इस साल 21 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर में 24 एनकाउंटर और 11 आतंकी हमले हुए हैं। इनमें 14 आम नागरिकों और 14 सुरक्षाकर्मियों की मौत हो चुकी है। इनके अलावा कुछ रिपोर्ट्स में बांंग्लादेश बॉर्डर पर घुसपैठ को भी फैसले की वजह बताया गया है। BSF भारत के पश्चिमी हिस्से में जम्मू, पंजाब, राजस्थान और गुजरात से लगी करीब 2,290 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा करता है। इनमें जम्मू क्षेत्र सीमा पार सुरंगों के लिए संवेदनशील है। जम्मू में घने जंगल और पहाड़ी इलाके हैं। आतंकवादी इन इलाकों में छिपकर हमला करते हैं। यहां घुसपैठ का ज्यादा खतरा होता है। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) की स्थापना 1 दिसंबर 1965 को हुई थी। BSF एक अर्धसैनिक बल है, जो शांति काल के दौरान भारत की सीमा की रक्षा करने और अंतरराष्ट्रीय अपराध को रोकने के लिए जिम्मेदार है। BSF की स्थापना पाकिस्तान के साथ 1965 में हुए युद्ध के बाद की गई थी। पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमाओं की सुरक्षा करने वाला सीमा सुरक्षा बल भारत के पांच केंद्रीय सशस्त्र बलों में से एक है। BSF वर्तमान में 186 बटालियन और 2.57 लाख कर्मियों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स है। BSF गृह मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में काम करने वाली केंद्र सरकार की एजेंसी है। BSF का आदर्श वाक्य ‘ड्यूटी अनटू डेथ’ हैl