असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तानी प्रधानमंत्री बाजेके लड़ेगा इस सीट से चुनाव; अमृतपाल का समर्थक है बाजेके

जालंधर (हितेश सूरी ) : असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद खालिस्तानी भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके ने चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री बाजेके के बेटे आकाशदीप सिंह ने इंस्टाग्राम पर इसकी घोषणा की है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री बाजेके ने यह फैसला अमृतपाल सिंह के खडूर साहिब से लोकसभा चुनाव जीतने के बाद लिया है। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री बाजेके गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से उप-चुनाव लड़ेगा। दरअसल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने गिद्दड़बाहा सीट से विधानसभा चुनाव जीता था, अब उनके सांसद बनने के बाद इस सीट पर विधानसभा उप-चुनाव होना है। अगर बाजेके चुनाव लड़ता हैं तो उसे भी अमृतपाल की तरह जेल से ही चुनाव लड़ना होगा।
आपको बता दे कि भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के चीफ अमृतपाल सिंह का कट्टर समर्थक है और वह भी अमृतपाल सिंह के साथ डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। अमृतपाल सिंह और भगवंत सिंह बाजेके को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह जब भगवंत सिंह की तबीयत खराब हुई थी, तब परिवार ने मांग की थी कि उन्हें पंजाब की जेल में रखा जाए। बाजेके के बेटे आकाशदीप ने डिब्रूगढ़ जेल प्रशासन पर उनके पिता को गलत खाना देने का आरोप लगाया था। बेटे आकाशदीप का कहना है कि जेल में खाने में तंबाकू मिलाया जा रहा है, जिससे उनके पिता और अन्य लोग बीमार हो रहे हैं। परिवार ने तर्क दिया था कि असम जाने के लिए एक व्यक्ति का 35 से 40 हजार रुपये खर्च आता है। बाजेके की मां दिल की मरीज हैं। अब बेटे ने घोषणा की है कि उनके पिता चुनाव लड़ेंगे।
[highlight color=”black”]भगवंत सिंह बाजेके का क्रिमिनल रिकॉर्ड ??[/highlight]

भगवंत सिंह बाजेके पर कुल 8 केस है, जिसमें हत्या का प्रयास, एनडीपीएस एक्ट जैसे मामले शामिल हैं। साल 2015 में जमीन से जुड़े एक मामले में उसके खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था। साल 2017 में कथित तौर पर 400 ग्राम अफीम बरामद हुई थी। भगवंत सिंह उर्फ प्रधानमंत्री बाजेके ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के चीफ अमृतपाल सिंह का कट्टर समर्थक है और वह भी अमृतपाल सिंह के साथ डिब्रूगढ़ जेल में बंद है। अमृतपाल सिंह और भगवंत सिंह बाजेके को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है।
[highlight color=”black”]कौन है भगवंत सिंह बाजेके ??[/highlight]

प्रधानमंत्री बाजेके मोगा के धर्मकोट गांव का रहने वाला हैं। पुलिस के दस्तावेजों के मुताबिक भगवंत सिंह 8वीं पास है। उसके पास 4 एकड़ जमीन है और साथ ही एक घर भी है। वही भगवंत सिंह बाजेके इंस्टाग्राम और फेसबुक का बहुत शौकीन है। साल 2020 में एक स्थानीय वेब चैनल को दिए इंटरव्यू में भगवंत सिंह ने बताया था कि वह सोशल मीडिया पर पॉपुलर होना चाहता था, इसलिए उसने अपना नाम प्रधानमंत्री रख लिया। भगवंत सिंह ने बताया कि उसने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री के नाम से एक पेज देखा था। इसीलिए उसने अपने पेज का नाम प्रधानमंत्री रखा है। उसने यह भी कहा कि अगर मैं सोशल मीडिया के जरिए अपनी आजीविका चला रहा हूं तो किसी को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। वह अक्सर इंस्टाग्राम और फेसबुक पर रील बनाता था। वह फेसबुक पर प्रधानमंत्री बाजेके नाम से पेज भी चलाता है, जहां वह लोगों से सामाजिक और राजनीतिक मुद्दे साँझा करता है। वह अक्सर सोशल मीडिया पर लोगों को गाली देता नजर आता है। गांव के लोगों से उसका मेलजोल ठीक नहीं है। अमृतपाल सिंह के संपर्क में आने के बाद भगवंत सिंह के खिलाफ सरेआम हथियार लहराने का मामला दर्ज हुआ था। उसके पास किसी भी हथियार का लाइसेंस नहीं था।

जब भगवंत सिंह ने अमृतपाल सिंह का समर्थन करना शुरू किया था, तब वह केवल टी-शर्ट, शर्ट और ट्राउजर में ही नजर आता था और पगड़ी भी नहीं पहनता था। लेकिन अमृतपाल के संपर्क में आने के बाद उसने खालसा रूप धारण कर लिया। वह अपने साथ राइफल और तलवार लेकर चलता था और अमृतपाल सिंह के हर कार्यक्रम में नजर आता था। प्रधानमंत्री बाजेके किसान आंदोलन में भी बहुत सक्रिय रहा और वह अक्सर किसान आंदोलन के वीडियो सोशल मीडिया पर लोगों के साथ शेयर करता रहता था।