जालंधर (हितेश सूरी) : श्री चैतन्य महाप्रभु राधा माधव मंदिर(गौड़ीय मठ), प्रताप बाग में गुरु पूर्णिमा के उपलक्ष्य में श्री हरिनाम संकीर्तन एवं श्री हरि कथा का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम संकीर्तन का शुभारंभ चेयरमैन रेवती रमण गुप्ता, महासचिव राजेश शर्मा, पुजारी श्रीनिवास एकनोर राभा, मनोज कौशल व गौरव ने गुरु वंदना और वैष्णव वंदना का उच्चारण करके किया। इस मौके पर केवल कृष्ण ने बताया कि व्यास पूर्णिमा को महर्षि कृष्णद्वैपायन वेदव्यास प्रकट हुए थे। उन्होंने कहा कि महर्षि कृष्णद्वैपायन वेदव्यास जी बहुत सारे वेद पुराणों, शास्त्रों, महाभारत एवं श्रीमद् भागवत के रचयिता है।
श्री केवल कृष्ण ने कहा कि शास्त्रों के प्रमाण के अनुसार भगवान श्री कृष्ण ही गुरु रूप में प्रकट होकर भक्तों को उपदेश देते है और अपनी कृपा बरसाते है। इस मौके पर नरिंदर गुप्ता ने बताया कि गुरुदेव श्रील भक्ति दयित माधव गोस्वामी महाराज जी का स्वभाव बहुत मधुर था। श्री गुप्ता ने कहा कि गुरुदेव ने प्रतिकूल परिस्थितियों में भगवान के नाम का प्रचार प्रसार करके बहुत से लोगों को सनातन धर्म की शिक्षा प्रदान की है। इस दौरान राजेश शर्मा द्वारा ‘हे मेरे गुरुदेव करुणा सिंधु करुणा कीजिए’ गाकर गुरु जी की आरती की और सभी आए हुए भक्तों ने गुरु जी को पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रधान अमित चड्ढा, हेमंत थापर, अजय अग्रवाल, टी.एल गुप्ता, अजीत तलवाड, राम मिलन पांडे, मिंटू कश्यप, सत्यव्रत गुप्ता, ओम भंडारी, चंद्र मोहन राय, केशव अग्रवाल, विजय सग्गड़, राजन गुप्ता, गौरव, सुरेश, राजेंद्र लूथरा, ललित अरोड़ा, जगन्नाथ, अंबरीश, कृष्ण गोपाल, यांकिल, मुनीश शर्मा, नरिंद्र कालिया, गगन अरोड़ा, अजय अरोड़ा व अन्य उपस्थित रहे।