72 घंटे में “चंडीगढ़ ग्रेनेड कांड” का दूसरा आरोपी भी काबू : गुरदासपुर का रहने वाला है आरोपी, DGP ने पोस्ट डालकर दी जानकारी, ISI के इशारे पर हुआ अटैक
जालंधर (योगेश सूरी) : चंडीगढ़ ग्रेनेड हमले में फरार चल रहे दूसरे आरोपी विशाल को भी पुलिस द्वारा दिल्ली से काबू कर लिया गया है। उसकी पहचान गुरदासपुर के गांव रायमल नजदीक ध्यानपुर थाना कोटली सूरत मल्लियां बलाटा के रूप में हुई है। वह पहले गिरफ्तार आरोपी रोहन का साथी है।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर आरोपी की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने दावा किया कि केंद्रीय एजेंसियों की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। दो आरोपियों को पंजाब पुलिस ने और एक ऑटो चालक अनिल कुमार को चंडीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
अमृतसर में अमेरिका में रहने वाले गैंगस्टर हरप्रीत सिंह हैप्पी पासियां के घर भी सुरक्षा एजेंसियां पहुंचीं। हैप्पी के परिवार ने मीडिया से कहा कि हमारे बेटे का ऐसे अपराधों से कोई लेना-देना नहीं है। उसका कहना है कि ऐसे अपराधों से उसका कोई लेना-देना नहीं है। परिवार वालों का कहना है कि उसके बैंक खाते भी सीज कर दिए गए हैं। कई जगहों से पुलिस उसके घर आ चुकी है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस पूछताछ में पकड़े गए आरोपियों ने खुलासा किया धमाके के लिए उनकी डील पांच लाख रुपए में हुई थी। लेकिन पहली किश्त में 20 हजार रुपए ही मिले थे। आरोपी रोहन ने पुलिस को बताया कि वह चंडीगढ़ में हमले के बाद जेएंडके भागने वाला था। लेकिन वीडियो वायरल होने बाद उनकी तरफ से एन मौके प्लान बदल दिया था। इसके बाद दोनों ने अलग-अलग राह चुन ली थी। वहीं, पुलिस अब उसके बारे में कई अन्य चीजों की पड़ताल जुटी हुई। पंजाब पुलिस की जांच में यह साफ हो चुका है कि 11 सितंबर को ग्रेनेड अटैक पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलिजेंस (ISI) के इशारे पर करवाया गया था। इसका मास्टरमाइंड पाकिस्तान में बैठा आतंकी हरविंदर रिंदा था। उसने US में बैठे हैप्पी पासिया के जरिए इसे अंजाम दिलाया। पंजाब के DGP गौरव यादव ने खुद इसका खुलासा किया था। उन्होंने बताया था कि हैप्पी पासिया के गांव का ही रोहन पासिया है, जो कि ग्रेनेड फैंकने में शामिल है। यह बात साफ हो गई कि ड्रोन के जरिए ग्रेनेड पाकिस्तान से भारत आया था।