जालंधर (योगेश सूरी) : कुछ ताकतें रेलवे को नुकसान पहुंचाने पर तुली हुई हैं। वहीं पंजाब के किसान संगठनों द्वारा 3 अक्टूबर को 35 जगहों पर तीन घंटे तक रेल ट्रैक जाम करने के ऐलान पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने रवनीत बिट्टू ने कहा कि किसानों को रेल ट्रैक रोकने का नुकसान खुद उठाना पड़ेगा। उन्होंने कहा की देश में रेलवे ट्रैक पर गैस सिलेंडर, लोहे के गार्डर, अग्निशामक यंत्र आदि रखने की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। रेलवे इंटेलिजेंस के पास गुप्त इनपुट हैं, जिसके आधार पर देशभर में आरपीएफ और केंद्रीय एजेंसियां अलर्ट पर हैं।
बिट्टू ने कहा कि यह सभी मामले राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA को सौंप दिए गए हैं। एजेंसी इन मामलों में विभिन्न एंगल पर अपनी जांच आगे बढ़ा रही है। जांच के बाद एनआईए की ओर से जल्द ही अगली कार्रवाई की जाएगी। एनआईए इस एंगल से जांच कर रही है कि कहीं ये घटनाएं रेल को नुकसान पहुंचाने के लिए तो नहीं की जा रही हैं। कुछ ताकतें रेलवे को नुकसान पहुंचाने पर तुली हुई हैं। एक सवाल के जवाब में केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत बिट्टू ने कहा कि चंडीगढ़ से राजपुरा के बीच 20 किलोमीटर रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए राज्य सरकार ने भूमि अधिग्रहण पर रोक लगा दी है। बता दें कि फिरोजपुर डिवीजन का चंडीगढ़ से कोई सीधा संबंध नहीं है। चंडीगढ़-राजपुरा के बीच 20 किलोमीटर ट्रैक न होने के कारण बठिंडा से आने वाली ट्रेनों को पहले अंबाला और फिर चंडीगढ़ आना पड़ता है। बिट्टू का कहना है कि जमीन राज्य सरकार ने अधिग्रहित की है। तीनों सरकारों के मुख्यमंत्रियों ने रेलवे को पत्र लिखकर कहा है कि वे जमीन अधिग्रहण नहीं कर सकते।