जालंधर (योगेश सूरी) : दो दशक तक खालिस्तानी आंतकियों के विरुद्ध निडरता से लोहा लेने के लिए चर्चा में रहे पंजाब पुलिस के पूर्व अधिकारी गुरमीत पिंकी की मौत हो गई है। पिंकी को डेंगू हुआ था जिसमें उनके प्लेटलेट्स घट गए थे। उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह खरड़ के नजदीक सरहिंद में बने फार्म हाउस में ही रह रहे थे। पिंकी का अंतिम संस्कार बेटी के विदेश से लौटने के बाद किया जाएगा। बता दे कि पंजाब में आतंकवाद के दौरान गुरमीत सिंह पिंकी ने बहुत निडरता से बड़े-बड़े आंतकियों को काबू किया। जिसे बाद उन्हें पुलिस इंस्पेक्टर बना दिया गया। इसके बाद 2001 में उन्हें लुधियाना के एक युवक की हत्या के आरोप में उम्रकैद की भी सजा हुई।
हालांकि वह 7 साल के बाद ही जेल से बाहर आ गए। पंजाब के पूर्व CM स. बेअंत सिंह के हत्यारों को गिरफ्तार करने में पिंकी ने बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पिंकी पंजाब के पूर्व DGP सुमेध सैनी का करीबी माने जाते थे । लुधियाना रेंज आईजी रहे गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने पिंकी को पुलिस की नौकरी में बहाल कर दिया था। मगर मीडिया में खबर आने के बाद उन्हें रातों-रात फिर से बर्खास्त कर दिया गया था। पिंकी ने पुलिस वीरता पदक भी जीता था।