
जालंधर (हितेश सूरी) : मौसम में आए बदलाव कारण किसानों की सोने जैसी गेहूँ की फ़सल को बचाने की वचनबद्धता के अंतर्गत ज़िला प्रशासन ने मार्केट समितियों और ख़रीद एजेंसियों के आधिकारियों को गेहूँ के ढेरों को ढकने के लिए ज़रूरी तरपालें उपलब्ध करवाई है। इस बारे में जानकारी देते हुए ज़िला ख़ुराक और सिविल स्पलाई कंट्रोलर नरिन्दर सिंह ने बताया कि डिप्टी कमिश्नर जालंधर घनश्याम थोरी के आदेशों पर तूफ़ान और बेमौसमी बरसात को देखते आज सुबह से ही ज़िले की सभी मंडियों में ज़रुरी प्रबंध किये गए थे। उन्होनें आगे बताया कि ज़िले में बेमौसमी बरसात से पहले सभी अनाज मंडियों में ज़रूरी तरपालों का प्रबंध किया गया था। उन्होनें बताया कि मंडी बोर्ड और ख़रीद एजेंसियों के स्टाफ की तरफ से गेहूँ के ढेरों और गेहूँ के भरे हुए बोरों को बरसात शुरू होने से पहले ही ढक दिया गया था जिससे गेहूँ का कोई नुक्सान न हो सके। उन्होनें बताया बेमौसमी बरसात कारण किसानों को कोई मुश्किल का सामने न करना पड़े को ध्यान में रखते पहले ही पूरे स्टाफ की डियूटी लगा दी थी। ज़िला प्रशासन ज़िले में गेहूँ की निर्विघ्न और सुचारू ढंग के साथ ख़रीद करने के लिए वचनबद्ध है। उन्होनें कहा कि पूरी ख़रीद प्रक्रिया दौरान किसानों की सहायता में कोई कमी बाकी नहीं छोड़ी जाएगी, क्योंकि ज़िले में गेहूँ की ख़रीद, उठवाई और ख़रीदी फ़सल की समय पर अदायगी पूरे ज़ोरों से चल रही है।