
जालंधर (हितेश सूरी/मुकुल घई) : जालंधर प्रशासन द्वारा लॉकडाउन को लेकर किये जा रहे बड़े-बड़े दावें आज उस समय ठुस्स दिखाई दिए जब न्यूज़ लिंकर्स की टीम द्वारा जालंधर के मुख्य प्रवेश द्वार रेलवे स्टेशन के बाहर स्थित बाजार का दौरा किया गया। बता दे कि स्टेशन के बाहर स्थित खुले मिले एक M.P ढाबा मालिक से न्यूज़ लिंकर्स टीम द्वारा जब दिशा-निर्देशों के सम्बन्ध में पूछा गया तो M.P ढाबें पर मौजूद शराब के नशें में धुत्त ढाबा संचालकों द्वारा न्यूज़ लिंकर्स टीम के साथ हुल्लड़बाजी शुरू कर दी गयी। खुद को ढाबा मालिक बताने वाले एक व्यक्ति ने खुल्ले आम कहा कि पुलिस वाले मेरे से रोज रोटियां व् शराब लेकर जाते है , उसने यह भी कहा कि आप तो खुद मेरे से शराब पीने के लिए पानी की बोतलें मांग रहे है।जब न्यूज़ लिंकर्स द्वारा खुले ढाबें की तरफ उनका ध्यान दिलाया गया तो ढाबा मालिक ने तुरंत ढाबें का शटर गिराकर पत्रकार से मिन्नत-मशक्त करते हुए कहा कि यह व्यक्ति शराब के नशें में धुत्त है , हम आगे से दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे। आज घटना ने जालंधर प्रशासन के लिए बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि किसी भी शहर का रेलवे स्टेशन उस शहर का मुख्य द्वार होता है , जब शहर के मुख्य द्वार के पास ही ऐसे नज़ारे देखने को मिलेंगे तो शहर के अंदर प्रशासन चाहे लाख चोक-चुबंद इंतज़ाम कर ले , वो सभी बेकार है। बता दे कि कोरोना माहमारी कम हुई है लेकिन खत्म नहीं हुई है। और साथ में यदि प्रथम श्रेणी वर्रिएर्स ड्यूटी कर रहे पत्रकारों के साथ खुल्लेआम धज्जियां उड़ा रहे ढाबा मालिक ऐसा व्यवहार करेंगे तो आखिर प्रशासन को यह पता करना होगा कि इनके पीछे आखिर किन लोगो की शह है ?? क्योकि सारे लॉकडाउन के दौरान इन ढाबों द्वारा खुल्लेआम दिशा-निर्देशों की लगातार धज्जियाँ उड़ाई गयी है। थाना प्रभारी डिवीज़न न 3 को जब इस सम्बन्ध में जानकारी दी गई तो उन्होंने कहा की वह बाजार में मौका अफसर को भेज कर तुरंत चेक करवाते है ।