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मेजर V/S सिमरनजीत मामला
कांग्रेसी नेता मेजर सिंह को लगा बड़ा झटका , RTI एक्टिविस्ट सिमरनजीत को मिली जमानत

जालंधर (हितेश सूरी) : RTI एक्टिविस्ट सिमरनजीत सिंह व खादी बोर्ड के डायरेक्टर मेजर सिंह के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। ऐसा भी कहा जा सकता है कि बाज़ी पलटती हुई नज़र आ रही है। बता दे कि सोमवार को स्थानीय एडीशन सेशन जज ललित कुमार सिंगला ने आरटीआई एक्टिविस्ट ​सिमरनजीत सिंह की रैगुलर जमानत मंजूर कर ली है। इसी के साथ कांग्रेसी नेता मेजर सिंह बड़ा झटका लगा है। बता दे कि कांग्रेसी नेता मेजर सिंह मौजूदा समय में कांग्रेस की जिला प्रधानगी के प्रबल दावेदार हैं। लेकिन RTI एक्टिविस्ट सिमरनजीत सिंह की जमानत मंजूर होने के बाद आने वाले दिनों में कांग्रेसी नेता मेजर सिंह के लिए मुसीबत खड़ी होनी तय है क्योंकि अभी तक सिमरनजीत सिंह का पूरा जोर रैगुलर जमानत पर लगा हुआ था। सोमवार को जमानत मंजूर होने के बाद सिमरनजीत सिंह ने राहत महसूस करते हुए कहा है कि जंग तो अब शुरू हुई है, वह अब मेजर सिंह के द्वारा किये गए राजस्व घोटले को पूरी तरह से नंगा करेंगे और जनता के सामने लाएंगे कि कैसे नेता सरकार का राजस्व डकारकर फर्श से अर्श तक पहुंचा। वह तो सिर्फ मेजर सिंह द्वारा कैप्टन सरकार को लगाए गए चूने का पर्दाफाश कर रहे थे, इसलिए उनका रास्ता रोकने के लिए झूठा पर्चा दर्ज करवाया गया था।बता दे कि सिमरनजीत ने कांग्रेसी नेता मेजर सिंह की नाजायज कॉलोनियों के खिलाफ लगातार शिकायतें व आरटीआई डाल रखी थी, जिस कारण मेजर सिंह ने अपने साथियो के साथ 16 दिसंबर को ​सिमरनजीत सिंह के साथ मारपीट की थी और बाद में पुलिस ने मेजर सिंह व विधायक के दबाव में सिमरनजीत ​सिंह के खिलाफ उलटा वसूली का मामला दर्ज कर लिया था। सिमरनजीत सिंह की तरफ से अदालत में वकील संजीव बंसल पेश हुए जिन्होंने तर्क दिया कि सिमरनजीत सिंह ने हाईकोर्ट तक में नाजायज कॉलोनियों व इमारतों के खिलाफ जनहित याचिका दायर कर रखी है, जिस कारण निगम व पुडा और जेडीए ने कई कॉलोनियों व इमारतों पर शिकंजा कसा है। सिमरनजीत सिंह आरटीआई एक्टिविस्ट है और उसको झूठे केस में फंसाया गया है। सिमरनजीत सिंह पर मामला दर्ज कर यह दवाब बनाया गया था कि वह हाईकोर्ट से जनहित याचिका को वापस ले। सिमरनजीत सिंह गैर कानूनी गतिविधियों के बारे में लगातार सरकार व प्रशासन को सजग करता रहा है, जिस कारण उसका रास्ता रोकने की कोशिश की है ताकि वह सरकार के राजस्व चोरी करने वालों को नंगा न कर सके। जज ने संजीव बंसल की दलीलों से सहमत हुए 22 दिसंबर को ही सिमरनजीत सिंह की गिरफ्तारी पर स्टे कर दिया था और जांच में शामिल होने के लिए कहा था। सिमरनजीत सिंह जांच में शामिल हुए और सोमवार को पुलिस की जांच व संजीव बंसल की दलीलों से सहमत होेते हुए एडीशनल सेशन जज ललित कुमार सिंगला ने सिमरनजीत सिंह को रैगुलर जमानत दे दी। खबर लिखे जाने तक आदेश अपलोड नहीं हुए। RTI सिमरनजीत सिंह ने कहा कि उनको अदालत से इंसाफ की उम्मीद थी और पहला इंसाफ उनको सोमवार को मिल गया है।

 

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