जालंधर (न्यूज़ लिंकर्स ब्यूरो ) : जिला प्रशासन की तरफ से कोविड -19 से जिला वासियों को सुरक्षित करने के लिए बहुत सारे विशेष कदम उठाये जा रहे है। आज प्रशासन ने प्राइवेट एम्बुलेंसों के रेट निर्धारित किये है, जिससे कोरोना महामारी के कारण पैदा हुए इस नाजुक हालात के दौरान कोई भी ज्यादा पैसे वसूल ना सके। यह रेट निर्धारित करने के लिए डिप्टी कमिश्नर की हिदायतो के तहत 5 मैम्बरों की कमेटी का गठन किया गया। समिति की अध्यक्षता सचिव आरटीए श्री बरजिंदर सिंह , सहायक कमिश्नर हरदीप सिंह, सहायक सिविल सर्जन डॉ गुरमीत कौर दुग्गल, उप-चिकित्सा आयुक्त डॉ अनु और एम्बुलेंस सर्विस प्रोवाइडर कंपनी के प्रतिनिधि ने की। डी सी ने तीन प्रकार की एम्बुलेंस द्वारा कोविड रोगियों को फेरी लगाने के लिए शुल्क भी निर्धारित किया है।शुल्क के बारे में बताते हुए श्री थोरी ने कहा कि BLS एम्बुलेंस (basic life support , 2000 सी सी तक) के लिए 10 रूपए प्रति किलोमीटर , BLS एम्बुलेंस (2000 सी सी और इससे ज्यादा ) के लिए 12 रूपए प्रति किलोमीटर और ACLS एम्बुलेंस (एडवांस्ड कार्डिक लाइफ सपोर्ट ) के लिए 15 रूपए प्रति किलोमीटर का किराया निर्धारित किया गया है। निर्धारित किये गए रेटों से अधिक किराया ना वसूला जाए। श्री थोरी ने कहा कि एम्बुलेंस का किराया शहर में 1000 रुपये (15 किलोमीटर तक) होगा और इससे से ऊपर प्रति किलोमीटर उक्त निर्धारित किये गए रेटों के अनुसार वसूला जाएगा। वाहन का किराया उसको किराये पर लेने वाले धीर के स्थान से लेकर एम्बुलेंस छोड़ने वाले स्थान और वापसी तक लॉगबुक अनुसार किया जायेग। श्री थोरी ने कहा कि इसके अलावा एम्बुलेंस सेवा प्रदाताओं या ड्राइवरों को कोविड रोगियों को पीपीई किट प्रदान करने और उन्हें छोड़ने के स्थान से प्रदान करने के लिए भी जिम्मेदार होगा। निजी एंबुलेंस की सेवाओं का लाभ उठाते समय मरीजों को किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े, यह सुनिश्चित करना समय की जरूरत थी। श्री थोरी कहा कि अगर किसी को निजी एम्बुलेंस प्रदाताओं द्वारा इन निर्धारित शुल्कों का पता लगाना है, तो वह कंट्रोल रूम नंबर 0181-2224417 पर शिकायत दर्ज कर सकता है। डी सी ने दोहराया कि कोविड – 19 का मुकाबला करने के लिए जिला प्रशासन संसाधनों और जनशक्ति से पूरी तरह से सुसज्जित है और इस नेक काम के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी ताकि कोरोना वायरस के खिलाफ युद्ध को लोगों के समर्थन से जीता जा सके, जो बिना किसी बाधा के अपने हिस्से का योगदान दे सके।