जालंधर (न्यूज़ लिंकर्स ब्यूरों) : सभी सिविल सर्जनों को इस बारे में डॉक्टरों को बताने के लिए कहा गया है। सीरियस कोरोना मरीजों के इलाज के लिए Tocilizumab इंजेक्शन के अंधाधुंध रिकमेंडेशन पर पंजाब सरकार की नींद टूटी है। सरकार ने प्राइवेट व सरकारी डॉक्टरों को आदेश दिए हैं कि इसे रिकमेंड न करें। इसकी जगह मेड इन इंडिया वाले Itolizumab व Dexamethasone को पहल दें। पंजाब सरकार के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी हुसन लाल ने इस बारे में सभी डॉक्टराें को आदेश दे दिए हैं। इसमें डॉक्टरों को पंजाब सरकार द्वारा डॉ. केके तलवार की अगुवाई वाले मेडिकल एक्सपर्ट ग्रुप के प्रोटोकॉल को मानने के लिए कहा गया है। प्रिंसिपल सेक्रेटरी हुसन लाल ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में ऑक्सीजन व वैंटिलेटर लेवल के मरीज तेजी से बढ़े हैं। ऐसे में सभी डॉक्टर इन कोरोना मरीजों को Tocilizumab 400mg रिकमेंड कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह समझने वाली बात है कि यह इंजेक्शन भारत में नहीं बनता। जिसकी वजह से देश में इसकी उपलब्धता बहुत कम है। इस वजह से मरीजों को परेशानी उठानी पड़ती है।
[highlight color=”black”]Itolizumab व Dexamethasone आसानी से मिल रहे[/highlight]
पंजाब सरकार के मुताबिक एक्सपर्ट्स ने रिकमेंड किया है कि Tocilizumab आसानी से नहीं मिल रहा तो मरीजों को वह दवा रिकमेंड की जाए, तो बाजार में आसानी से मिल जाए और बराबर इफेक्टिव भी हो। इसलिए पंजाब सरकार के मेडिकल एक्सपर्ट ग्रुप ने Itolizumab व Dexamethasone को रिकमेंड किया है। इसलिए डॉक्टर अब कोरोना मरीजों को इन्हीं को प्रिस्क्राइब करें।