
जालंधर (हितेश सूरी) : स्थानीय भार्गव कैम्प निवासी 21 वर्षीय युवक मनीश कुमार उर्फ राहुल की गत 16 अप्रैल को संदिग्ध परिस्थितियो हुई मौत के मामले में आखिरकार परिजनों के धरने के बाद पुलिस को कल हत्या का मामला दर्ज करना पड़ा जबकि इससे पहले पुलिस ने इस मामले को कुदरती मौत बताया था। जिसके बाद कल इंसाफ के लिए भटकते परिजनाें ने पुलिस कमिश्नर (CP) ऑफिस के बाहर धरना दिया। जिसके बाद अब अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। हालांकि पुलिस अभी तक किसी हत्यारे को पकड़ना तो दूर, उनकी पहचान तक नहीं कर पाई है। भार्गव कैंप में वैष्णो माता मंदिर के नजदीक रहने वाले तिलकराज ने बताया कि वह घर में सर्जिकल का काम करते हैं। उनका बेटा मनीश कुमार उर्फ राहुल भी साथ में काम करता था। 16 अप्रैल को रात करीब साढ़े 8 बजे वह किसी को बिना कुछ बताए फोन सुनते हुए घर से बाहर चला गया। इसके बाद वह घर नहीं लौटा। वह काफी तलाश करते रहे लेकिन जब कोई सुराग न लगा तो अगले दिन उन्होंने पुलिस के पास गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी। इसके अगले दिन उन्हें पता चला कि उनके बेटे की लाश बल्टर्न पार्क से मिली है। उन्होंने कहा कि उनका बेटा कोई नशा नहीं करता था और न ही किसी से उसकी कोई रंजिश दी। इस मामले में उस दिन भी उन्होंने पुलिस को यह बयान दिए थे, लेकिन पुलिस ने धारा 174 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई कर मामला रफा-दफा कर दिया। उन्होंने कहा कि उनके बेटे की गर्दन पर कुछ निशान हैं। यही नहीं, अभी तक उसका मोबाइल भी नहीं मिला है। ऐसे में शक है कि उसके बेटे को किसी ने मारकर वहां फेंका या वहां ले जाकर मार दिया। इस बारे में उसके फोन पर 5-6 लोगों की कॉल भी आई थी, जिसका खुलासा कॉल डिटेल्स से हुआ है। इसमें से एक ने यह भी माना कि उसे मिलने के लिए बल्टर्न पार्क बुलाया था। इसके बावजूद पुलिस ने पूरी कार्रवाई में घोर लापरवाही बरती। कॉल करने वालों से सख्ती से कोई पूछताछ नहीं की गई।