जालंधर (हितेश सूरी) : महामारी के उस दौर में भी कालाबाजारी का धंधा बदस्तूर जारी है l आक्सीजन की कमी को लेकर जहां सारे देश में घमासान मचा है वहीं जालंधर में प्रशासन के आदेशो व कोरोना महामारी के दिशा-निर्देशो की धज्जियाँ उड़ाता आक्सीजन की काला बाजारी के गोरखधंधे का पर्दाफाश हुआ हैl मानवाधिकार संगठन के पंजाब प्रधान शशि शर्मा ने बताया कि उन्होंने फेयरडील ऑक्सीजन गैस सिलेंडर एजेंसी को फोन कर अपने घर के लिये एक ऑक्सीजन गैस सिलिंडर बुक कराया, जो कि ऑक्सीजन के सिलेंडर बेचते और सप्लाई करते हैं। ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग की तो एजेंसी के प्रबंधकों द्वारा ऑक्सीजन का सिलेंडर ₹18000 में देने की बात कही, जबकि वही सिलेंडर ₹10000 में मिलता है।
शशि शर्मा द्वारा भेजे व्यक्ति ने कंपनी के प्रबंधकों को ₹18000 नकद दे दिया और एक ऑक्सीजन से भरा हुआ सिलेंडर शशि शर्मा के घर भेज दिया लेकिन एजेंसी वालों ने सिलेंडर के बदले ₹600 का बिल काट कर दिया। जो बिल खेड़ा क्लिनिक के नाम पर काटा गया था। सिलेंडर लेने के बाद शशि शर्मा ने पुलिस कमिश्नर को इस कालाबजारी की शिकायत की। पुलिस कमिश्नर ने पूरी बात सुनने के बाद एडीसीपी सरोआ की ड्यूटी लगाई कि उक्त मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई की जाए। जिसके बाद एडीसीपी ने मौके पर ही एसीपी छेत्रा और एसीपी छेत्रा ने थाना प्रभारी 4 को इस मामले में कारवाई के लिये कहा। थाना 4 के प्रभारी ने कारवाई के लिये थाना 4 के ड्यूटी ऑफिसर की जिम्मेदारी लगा दी। जिसके बाद ड्यूटी ऑफिसर ने कहा की एक और सिलेंडर खरीदा जाए ताकि एजेंसी वालों को रंगे हाथ पकड़ कर उनपर कार्रवाई की जा सके। और थाना डिविजन 4 के प्रभारी द्वारा उक्त मामले की कम्पलेंट कार्रवाई हेतु SDM 1 को भेज दी गई l इस पर शशि शर्मा ने आज फिर से फेयर डील एजेंसी के प्रबंधकों को एक और ऑक्सीजन सिलेंडर देने के लिए कहा। जिसके बाद फेयर डील एजेंसी के प्रबंधकों ने आज ऑक्सीजन सिलेंडर का रेट 18,600 बताया (वो भी सिर्फ़ गैस का)। शशि शर्मा ने 18,600 में ही सिलेंडर लेने के लिए हामी भर दी। जिसके बाद जिलाधीश द्वारा बनाई गई एक टीम जिसमें एडीसीपी जगजीत सिंह सरोआ, डीसीपी खेत्रा, SHO 3 व मैडिकल अधिकारी शामिल थे, ने शशि शर्मा द्वारा भेजे गए व्यक्ति के साथ जाकर फेयर डील एजेंसी में से सिलेंडर खरीदा और उन्हें खाली सिलेंडर भी दिया। फेयर डील एजेंसी ने खाली सिलेंडर लेकर भरा हुआ सिलेंडर उन्हें ₹18,600 में दिया गया। जिसके बाद टीम ने एजेंसी के प्रबंधकों पर कार्रवाई शुरू कर दी। खबर लिखे जाने तक अभी FIR दर्ज नहीं हुई है l SHO 3 को जब फोन करके मामले की जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने कहा की वह आधे घंटे तक बता सकते है l