⚠️डीजीपी गौरव यादव ने घल्लूघारा दिवस को लेकर राज्य में सुरक्षा के किये कड़े प्रबंध
⚠️श्री दरबार साहिब में हुई अरदास, खालिस्तान के लगे नारे
⚠️जालंधर में 800 सुरक्षा कर्मी तैनात, कई हिन्दू नेता घरों में नज़रबंद
⚠️NIA द्वारा पंजाब व हरियाणा में खालिस्तान समर्थकों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी

जालंधर (हितेश सूरी) : पंजाब के डीजीपी गौरव यादव के दिशा-निर्देशानुसार राज्य में घल्लूघारा दिवस को लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गए। डीजीपी गौरव यादव ने राज्य के सभी उच्च-अधिकारियों से बैठक करके सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध को सुनिक्षित किया है। घल्लूघारा दिवस को लेकर जालंधर में 800 से अधिक सुरक्षा कर्मी तैनात किये गए है और साथ ही बाहरी इलाको से आ रही गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है। जालंधर के पुलिस कमिशनर कुलदीप सिंह चाहल के नेतृत्व में शहर के विभिन्न स्थानों पर जालंधर पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च निकाला जा रहा है और साथ ही विभिन्न सार्वजानिक स्थानों पर चेकिंग की जा रही है।
[highlight color=”black”]जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के आदेश की सरेआम उडी धज्जियां[/highlight]
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने पहले ही 18 जुलाई 2006 के मते की कॉपी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) को भेज रखी है। जिसमें 5 साहिबानों की तरफ से लिए गए फैसले का विवरण है। इसमें कहा गया था कि गोल्डन टेंपल परिसर में जिंदाबाद या मुर्दाबाद के नारे नहीं लगाने का आदेश दिया था, लेकिन इसके उलट गोल्डन टेंपल में आज खालिस्तान के समर्थन में नारे भी लगे और सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने थड़ा साहिब से भाषण भी दिया।
[highlight color=”red”]NIA द्वारा पंजाब व हरियाणा में खालिस्तान समर्थकों पर ताबड़तोड़ छापेमारी[/highlight]
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) की फंडिंग करने वालों पर पंजाब और हरियाणा में ताबड़तोड़ छापेमारी की की है। पंजाब में 9 जगहों और हरियाणा में 1 जगह पर छापेमारी की गई। खालिस्तान टाइगर फोर्स के लिए फंड जुटाने के अलावा बॉर्डर पार से हथियार, गोला-बारूद और एक्सप्लोसिव की तस्करी की साजिश में शामिल लोगों पर भी यह रेड हुई। सूत्रों के मुताबिक खालिस्तान टाइगर फोर्स की तरफ से पंजाब और हरियाणा में बड़ी वारदातों की तैयारी की जा रही थी, जिसमें धमाकों से लेकर टारगेट किलिंग तक शामिल है और उनके प्लान को डीकोड करने पर NIA को पता चला कि कई लोकल लोग उनके लिए फंडिंग कर रहे हैं, कई फंडिंग का जरिया बने हुए हैं। वहीं कई लोग बॉर्डर पार और खासकर पाकिस्तान से हथियारों और विस्फोटकों की तस्करी में मदद कर रहे हैं। जिसके बाद एक साथ खालिस्तान टाइगर फोर्स से जुड़े संदिग्ध लोगों पर रेड की गई। मिली जानकारी के अनुसार NIA की टीम ने पंजाब के श्री मुक्तसर साहिब जिले में खिलौना बेचने वाले पर रेड की है। टीम ने अबोहर रोड बाइपास पर रहने वाले व्यक्ति से काफी देर तक पूछताछ की गई। इसके अलावा फिरोजपुर के तलवंडी भाई क्षेत्र में भी छापेमारी की गई।
यहां के करीब 5 गांवों से कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। उनसे खालिस्तान टाइगर फोर्स की फंडिंग और हथियार तस्करी की साजिश में शामिल होने को लेकर पूछताछ की जा रही है। हरियाणा के कैथल में दवा कारोबारी भाईयों प्रदीप और कुलदीप के घर सुबह 6 बजे रेड हुई। गांव चूहड़माजरा में ये रेड करीब 4 घंटे चली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 4 महीने पहले खालिस्तान टाइगर फोर्स को आतंकी संगठन करार दिया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा था कि खालिस्तान टाइगर फोर्स कट्टरपंथी संगठन है, जिसका मकसद पंजाब में फिर आतंकवाद फैलाना है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह कहा था कि पंजाब में टारगेट किलिंग के पीछे भी इस संगठन का हाथ है और यह संगठन भारत की क्षेत्रीय अखंडता, एकता, राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता को चुनौती देता है। खालिस्तान टाइगर फोर्स का सरगना हरदीप सिंह निज्जर है, जो कनाडा में बैठकर संगठन को ऑपरेट कर रहा है। सितंबर 2020 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने हरदीप निज्जर को आतंकवादी घोषित कर दिया था। इसके बाद निज्जर की जालंधर के भर सिंह पुरा गांव में संपत्तियां भी कुर्क की थी। इसी गांव में निज्जर ने पुजारी का कत्ल कराया था। जिसके जरिए वह पंजाब में धार्मिक उन्माद फैलाने की फिराक में था। गौरतलब है कि 2018 में जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत की यात्रा पर आये थे, तब तत्कालीन पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उन्हें खालिस्तानी आतंकवादियों की एक सूची सौंपी थी और और उसमें निज्जर का भी नाम था। पंजाब में हाल ही में कई टारगेट किलिंग और बम धमाकों का आरोपी अर्शदीप डल्ला भी इसी आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है।