कोरोना टैस्टो को लेकर पटेल अस्पताल प्रबंधन भी आया सामने, कहा अस्पताल के विरुद्ध किया जा रहा है दुष्प्रचार
अस्पताल प्रबन्धन द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार पटेल हस्पताल की 26.34% की टैस्ट पोज़ीटिवटी दर के बारे में दी गई जानकारी गलत है। असल में कुल 413 टेस्टों में से 59 पोजिटिव टैस्ट हैं।
जालंधर (न्यूज़ लिंकर्स ब्यूरो) : PGI द्वारा कोरोना मरीजो के अधिक आंकड़े को लेकर किए जाने वाले ऑडिट सम्बन्धी समाचार प्रकाशित होने पश्चात पटेल अस्पताल प्रबन्धन का पक्ष भी सामने आया है l अस्पताल प्रबन्धन द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार पटेल हस्पताल की 26.34% की टैस्ट पोज़ीटिवटी दर के बारे में दी गई जानकारी गलत है। असल में कुल 413 टेस्टों में से 59 पोजिटिव टैस्ट हैं। यह आंकड़ा ICMR के निर्देशों अनुसार अपलोड किया गया है और पुष्टि के लिए उपलब्ध है। सही संख्या 14.28% पोजिटिव दर दिखाता है, जो कि दावा किये आंकड़ो का लगभग आधा है और अन्य लैबों के साथ तुलनायोग्य है। यह आंकड़े जिला प्रशासन के निर्देशानुसार उनके सुपुर्द किये जायेंगे ताकि इस आंकड़े की गलती का सुधार किया जा सके। हमारे पास उपलब्ध जानकारी के आधार पर, अन्य लैब्स जिन्हे सैंपल लेने का अधिकार है उनकी उस समय की पोजिटिव टैस्ट की दर 16% और 38% के दरमियान है जो कि पटेल अस्पताल की 14% की दर से भी अधिक है उनकी पहले की दरें प्रसारित हुई हैं, यह दर उस समय की है जब क्षेत्र में ज़्यादा केस नहीं आ रहे थे। यह ज़िक्रयोग्य है कि पटेल अस्पताल को RTPCR टेस्टिंग के लिए जब मंजूरी दी गई थी उस समय महामारी फैले हुए पड़ाव में थी, इसलिए पोजिटिव मरीज़ों की संख्या अधिक हो सकती है। पी.जी.आई चण्डीगढ़ के वायलौजी विभाग द्वारा की जा रही आडिट ICMR और NABL द्वारा प्रमाणित लैबों की एक नियमित क्वालिटी असोरेन्स प्रक्रिया है| ICMR के निर्देशों की पालना करते हुए यह आडिट करवाने के लिए हम भी PGI के साथ निरंतर संपर्क में हैं। हमारी जांच का बहुत अधिक हिस्सा हस्पताल में दाखिल मरीज़ों पर किया गया है, जो पहले ही अन्य अंगों की कमजोरी और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के साथ प्रभावित हैं जिसके लिए उनको दाखिले की ज़रूरत होती है। यह एक माना गया तथ्य है कि बीमार मरीज़ों में पोजिटिव होने की दर अधिक होती है। इस सम्बन्ध में पटेल अस्पताल की लैब की तुलना अन्य लैबों के साथ नहीं की जा सकती जो कि बिना लक्षणों वाले मरीजों का घरेलू नमूना भी इकट्ठा करते है। तथ्यों और दिशा-निर्देशों की इस विकृति को देखते हुए प्रतीत होता है कि समाज के कुछ अनौपचारिक तत्वों का पटेल अस्पताल और उसके स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा महामारी के इस मुश्किल वक्त में क्षेत्र के लिए किये गए अच्छे कार्यों की तरफ से सभी का ध्यान हटाने के लिए नापाक कोशिश की जा रही है। पूर्व कथित तत्व पी.जी. आई. के वायलौजी विभाग द्वारा की जा रही इस रूटीन ऑडिट का दुर्भावनापूर्ण गलत प्रचार करके फायदा उठाना चाहते हैं| पटेल अस्पताल के पास ऊपर उल्लिखित सभी फैक्ट्स उपलब्ध हैं और इसलिए पहचाने गए किसी भी उपरोक्त तत्वों के खिलाफ अस्पताल कानूनी कार्यवाही शुरू करने में संकोच नहीं करेगा। हम जिला, राज्य और राष्ट्रीय अधिकारियों के निर्देशों और दिशानिर्देशों का पालन करना जारी रखेंगे l