
नई दिल्ली (न्यूज़ लिंकर्स ब्यूरों) : जब कोई व्यक्ति ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने जाता है तो उसका ड्राइविंग टेस्ट लिया जाता है । यह ड्राइविंग टेस्ट पास करने के बाद ही लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस दिया जाता है। पर अब आने वाले समय में ड्राइविंग लाइसेंस हासिल करने के लिए आवेदनकर्ताओं को टेस्ट देने की झंझट से छुटकारा मिल सकता है। दरअसल केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इस सम्बन्ध में ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी करके लोगों से सुझाव मांगे हैं। ख़ास बात यह है कि ड्राइविंग लाइसेंस आवेदनकर्ता को बिना टेस्ट के ड्राइविंग लाइसेंस सिर्फ तभी दिया जाएगा जब उसने किसी मान्यता प्राप्त ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर से ड्राइविंग सीखी हो। ऐसे में ड्राइवर को DL के लिए योग्य माना जाएगा और उसे आवेदन के बाद किसी ड्राइविंग टेस्ट से नहीं गुजरना पड़ेगा। बता दें कि RTO दफ्तर पर हर रोज ड्राइविंग लाइसेंस के लिए हजारों की संख्या में आवेदन आते हैं, ऐसे में इतनी संख्या में आने वाले आवेदनकर्ताओं का ड्राइविंग टेस्ट करवाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है साथ ही इसमें काफी समय भी लगता है। ऐसे में आवेदनकर्ता ने अगर पहले से किसी मान्यताप्राफ्त ट्रेनिंग सेंटर से ही ड्राइविंग सीख रखी है तो उसके लिए ड्राइविंग लाइसिंग प्राप्त करने का प्रोसेस आसान हो जाएगा। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की तरफ से ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर्स की मान्यता को लेकर भी कुछ नियम लाए जा सकते हैं। दरअसल इन नियमों का पालन करने पर ही ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर्स को मान्यता दी जाएगी। अगर DL ऐसे ही किसी मान्यता प्राप्त ट्रेनिंग सेंटर से ड्राइविंग सीख चुका होगा तब उसे ड्राइविंग टेस्ट दिए बगैर ही DL के लिए योग्य माना जाएगा। मौजूदा समय में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदनकर्ताओं को ड्राइविंग टेस्ट से गुजारा जाता है। मंत्रालय की तरफ से इस ड्राफ्ट नोटिफिकेशन को आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिया है। सरकार के इस कदम से सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने में मदद मिलेगी साथ ही साथ सड़क पर प्रशिक्षित ड्राइवर्स की संख्या भी बढ़ेगी। मान्यता प्राप्त ड्राइविंग रेनिंग सेंटर पर लोगों को कई चरणों के दौरान ड्राइविंग सिखाई जाती है जिससे ड्राइवर व्यस्त सड़कों पर भी आसांनी से ड्राइव कर सकते हैं।